आखिर क्या वजह है कि पिछले कई सालों से गर्मियों में लोगों का हाल बुरा हो जाता है इस संबंध में आज हम आपको विस्तार से बताना चाहेंगे अगर आज से हम लगभग 30 40 साल पहले चले जाएं तो शायद इतनी भीषण गर्मी नहीं हुआ करती थी इसका सबसे बड़ा कारण था कि हमारे पेड़ पौधों की संख्याएं ज्यादा थी और पुराने जमाने के लोग अपने घरों में अच्छे-अच्छे पेड़ों और क्यारियों को लगाया करते थे लेकिन आजकल के आधुनिक युग में लोगों ने अपनी जरूरतों में अत्यधिक एयर कंडीशन ऐसी कारें और यहां तक के अपने ऑफिस के संस्थानों में भी एसी की जरूरतों को महत्व दिया इस महत्व का खामियाजा आज की आम जनता को झेलना पड़ रहा है इसमें अगर हम शहरों की बात करें और ज्यादातर उन शहरों की जहां पर औद्योगिक क्षेत्रों से घीरे हुए शहर है क्योंकि उनके कारखानों से निकला जाने वाला धूआ वातावरण को गर्म करता है जिस से निरंतर गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है इसलिए काफी समय से लोगों ने साइकिल का भी इस्तेमाल करना बंद कर दिया है यह भी कारण है गर्मी बढ़ने का अगर हम बरेली जनपद की बात करें तो इस स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे काम के मध्य नजर जितने पुराने पेड़ काटे गए हैं क्या उससे इस तापमान पर असर नहीं पड़ेगा जी हां निश्चित रूप से पड़ेगा लेकिन संबंधित विभाग इस पर कोई भी संज्ञान नहीं ले रहा आपको बता दें कि शहर में अत्यधिक अवैध रूप से चल रहे वाहनों का भी तापमान बढ़ाने में विशेष सहयोग है आज 5 जून पर्यावरण दिवस है केवल एक दिन का पौधारोपण कर के लोग पूरे साल इस चीज को भूल जाएंगे कि हमें यह आदत निरंतर डाली होगी यदि हमें आने वाले समय में भीषण गर्मी से बचना है तो हमको और सबसे पहले हमको बदलना होगा क्योंकि ग्लोबल रिपोर्ट के अनुसार पृथ्वी का तापमान निरंतर बढ़ रहा है जो आने वाले समय के लिए बहुत ही ज्यादा सोचनीय है मनुष्य को चाहिए अपनी प्राकृतिक सुंदरता को बनाए रखने के लिए अत्यधिक हरियाली जीवन में और अपने आसपास लेकर आए तभी हमारा जीवन खुशहाल और स्वस्थ रहेगा जय हिंद जय भारत
