सभ्य समाज वह है जहां ताकतवर व्यक्ति कमजोर व्यक्ति की सुरक्षा की जिम्मेदारी लें: राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान

शाहजहांपुर, 01 मार्च। स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय के दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीक्षांत पंडाल में अकादमिक शोभा यात्रा के आगमन से हुआ। शोभा यात्रा का नेतृत्व एम जे पी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ राजीव कुमार ने किया। शोभायात्रा में स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर जे. एस. ओझा, स्वामी शुकदेवानंद महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर आर. के. आजाद, राजकीय महाविद्यालय जलालाबाद के प्राचार्य प्रोफेसर राजकुमार सिंह, जी. एफ. कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर मोहम्मद तारिक, संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ हरिनाथ झा, आर्य महिला महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ सुनीता जैसल, स्वामी धर्मानंद सरस्वती इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ अमीर सिंह यादव एवं श्री शंकर मुमुक्षु विद्यापीठ की प्रधानाचार्या डॉ संध्या सहित विभिन्न संकाय एवं विभागों के विभागाध्यक्ष एवं शिक्षक तथा एन. सी. सी. के विद्यार्थी सम्मिलित रहे। मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलनक से कार्यकृम का शुभारम्भ हुआ।महाविद्यालय की छात्राओं ने डॉ कविता भटनागर के नेतृत्व में कुल गीत प्रस्तुत किया।


शंकर मुमुक्षु विद्यापीठ के सचिव अशोक अग्रवाल ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ, अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
रूहेलखंड विश्वविद्यालय के विधि संकाय के अध्यक्ष प्रोफेसर अमित सिंह ने स्वागत संबोधन देते हुए विद्यार्थियों की सफलता की कामना की। स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर जे एस ओझा ने विगत 3 वर्षों में महाविद्यालय की शैक्षणिक प्रगति की आख्या प्रस्तुत करते हुए बताया कि गत 3 वर्ष का औसत परिणाम 93 प्रतिशत रहा एवं इस दौरान 672 विद्यार्थियों ने त्रिवर्षीय विधि स्नातक, 236 विद्यार्थियों ने पंचवर्षीय विधि स्नातक एवं 52 विद्यार्थियों ने विधि परास्नातक की उपाधि प्राप्त की।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के. पी. सिंह ने विद्यार्थियों को दीक्षोपदेश देते हुए उन्हें सदैव सत्य एवं धर्म का आचरण, माता पिता एवं गुरु के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन एवं धर्म ग्रंथों के उपदेशों का पालन करने की शपथ दिलायी।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता, राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय लखनऊ के पूर्व कुलपति, प्रो बलराज सिंह चौहान ने अपने उद्बोधन में कहा कि कानून से ज्ञान परिलक्षित होता है। विद्यार्थियों को स्पष्ट एवं उचित रूप से सोचने की क्षमता को विकसित करना चाहिए तथा मूल्यों को भलीभांति समझते हुए अपने चरित्र को जागृत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी को अपने भीतर साहस, नैतिकता एवं नेतृत्व जैसे गुणों का विकास करके समाज का मार्गदर्शन करना चाहिए। कुलपति ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि विद्यार्थी अब शैक्षणिक वातावरण से निकलकर उन्मुक्त वातावरण में प्रवेश कर रहे हैं जहां उन्हें शिक्षा एवं कौशल के द्वारा अपनी पहचान बनानी है। उन्होंने कहा कि हृदय एवं आत्मा हमें सदैव सत्य की प्रेरणा देते हैं। किसी भी प्रकार के दबाव में न आकर इंसाफ को जीवित रखना विद्यार्थी का परम कर्तव्य है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, केरल के राज्यपाल, महामहिम आरिफ मोहम्मद खान ने विद्यार्थियों को उद्बोधन देते हुए कहा कि,’ सत्यं वद धर्मं चर’ से बड़ी कोई दीक्षा नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी सिद्धांत को केवल जान लेना काफी नहीं है, बल्कि उसे जीवन में आत्मसात करके उसके अनुसार आचरण करना चाहिए। उन्होंने बताया के कानून का अध्ययन सभी को करना ही पड़ता है। हमें अपने प्रत्येक कार्य को परमेश्वर के लिए समर्पित करना चाहिए। जीवन प्रकृति का तोहफा है किंतु जीवन जीने की कला शिक्षा से आती है। हमें महत्वाकांक्षा निसंदेह रखनी चाहिए किंतु आदर्श चरित्र एवं मर्यादा को ध्यान में रखते हुए। उन्होंने कहा की परंपराओं को समझ कर आत्मसात करने से सभी समस्याएं सुलझ जाएंगी। सभ्य समाज वह है जहां ताकतवर व्यक्ति कमजोर व्यक्ति की सुरक्षा की जिम्मेदारी लें।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ने पंचवर्षीय विधि स्नातक के अभिनव दीक्षित एवं अनु गुंज, त्रिवर्षीय विधि स्नातक के हर्ष त्रिपाठी एवं कशिश तिवारी तथा विधि परास्नातक की कु राखी देवी, बिलाल हसन एवं शिवा शुक्ला को स्वर्ण पदक एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। स्वामी शुकदेवानंद महाविद्यालय की एन. सी. सी. कैडेट कुमारी आकांक्षा मिश्रा को 15 दिवसीय शिविर में बेस्ट कैडेट अवार्ड प्राप्त करने के उपलक्ष्य में तथा श्री शंकर मुमुक्षु विद्यापीठ के छात्र यश गुप्ता को हाई स्कूल परीक्षा में जनपद में प्रथम स्थान प्राप्त करने के उपलक्ष्य में सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विधि महाविद्यालय द्वारा आयोजित संगोष्ठी में प्रस्तुत शोध पत्रों के संकलन की पुस्तक, डॉ अनुराग अग्रवाल एवं प्रोफेसर तूलिका सक्सेना द्वारा लिखित पुस्तक ‘वोकल फॉर लोकल’, डॉक्टर आलोक सिंह द्वारा संपादित पुस्तक एवं साप्ताहिक समाचार पत्र लोकपहल के दीक्षांत विशेषांक का विमोचन किया गया।

कार्यक्रम में शाहजहांपुर के जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह, पुलिस अधीक्षक एस आनंद, मुख्य विकास अधिकारी एस बी सिंह, बार काउंसिल उत्तर प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष अमरेंद्र नाथ सिंह, देवेन्द्र मिश्रा, राम सागर यादव, सेन्ट्रल बार एसोसिएशन शाहजहांपुर के अध्यक्ष बृजेश कुमार वैश्य महासचिव सुधीर कुमार पांडे रामचंद्र सिंघल ,सुरेश सिंघल, फिरोज हसन खान ,ओम सिंह अशोक अग्रवाल, आदि गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। इसके अतरिक्त मुमुक्षु शिक्षा संकुल की सभी संस्थाओं के शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

By Anup