स्वाभिमान टीवी, बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली में पड़ोस का रहने वाला युवक एक किशोरी को बहला फुसलाकर कोलकाता ले गया। परिजनों का आरोप है कि जब उन्हें पता चला कि उनके पड़ोस का युवक किशोरी को अगवा करके ले गया है तो उन्होंने थाना कैंट में शिकायत की परंतु पुलिस ने सिर्फ आश्वासन ही दिया। किशोरी को बरामद करने का प्रयास नहीं किया और उनके साथ गलत व्यवहार किया। परिजनों ने आज पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए आरोपियों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है। भारतीय तेलिक ,साहू,राठौर महासभा के आनंद नारायण साहू के नेतृत्व में जिलाधिकारी और एसएसपी को ज्ञापन दिया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस मुर्दाबाद , पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद किए नारे बरेली के कलेक्ट्रेट के सामने सामाजिक संगठन के साथ आए पीड़ित परिवार के लोग लगा रहे हैं। दरअसल कैंट थाना क्षेत्र के चनहेटा की रहने वाली 14 वर्षीय किशोरी वैष्णवी को उसके पड़ोस का ही रहने वाला शेखर मोर्य पुत्र मूलचंद मौर्य पहले फुसलाकर ले गया था। परिजनों का कहना है कि उन्होंने थाने में जाकर शिकायत की तो उन्हें थाना इंचार्ज ने हड़काया और कहा कि अपनी बेटी को संभाल नहीं सकते हो और थाने चले आते हो। अगले दिन जब वह अपने समाज के लोगों के साथ थाने पहुंचा तो 2 घंटे तक बैठाने के बाद उसकी एफआईआर दर्ज की गई। मृतक वैष्णवी के पिता वीरेंद्र का कहना है कि जब उसने कई बार थाने पहुंचकर अब अपनी बेटी को बरामद करने की फरियाद की तो हर बार हलका इंचार्ज सब इंस्पेक्टर अतुल कुमार उसको यही आश्वासन देते रहे कि उनकी बेटी सही सलामत वापस आ जाएगी और आरोपी का परिवार उनके संपर्क में है।
परिजनों का कहना है कि काफी हीला हवाली के बाद आरोपी लड़के को पुलिस ने गिरफ्तार किया तब पता चला कि उसने उनकी बेटी की कोलकाता ले जाकर हत्या कर दी है। परिजनों ने इस बाबत पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए आरोपी युवक शेखर मौर्य उसके पिता मूलचंद मौर्य मां नाथू और भाई सूरज तथा अर्जुन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। परिजनों का कहना है कि आरोपी शेखर मौर्य के परिवार के इन्हीं लोगों ने उनकी बेटी को अगवा कर हत्या कर देने में सहयोग किया है। परिजनों का कहना है कि उनकी बेटी के साथ दुराचार के बाद हत्या की गई है। पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि अगर पुलिस समय पर उनकी फरियाद को सुन लेती तो शायद उनकी बेटी वैष्णवी जिंदा होती। उन्होंने एसएसपी और जिलाधिकारी से सभी आरोपियों पर कठोर कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।
भारतीय तैलिक, साहू, राठौर महासभा उत्तर प्रदेश के प्रमुख प्रदेश मंत्री तथा ब्रज क्षेत्र के प्रभारी आनंद नारायण साहू का कहना है कि उनके समाज की 14 वर्षीय नाबालिक लड़की को पड़ोस का ही रहने वाला लड़का शेखर अपने परिवार के सहयोग से अगवा करके ले गया और उसने कोलकाता के हावड़ा में ले जाकर दुराचार के बाद हत्या की है। उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि पुलिस समय पर पीड़ित परिवार की बात मान लेती तो शायद वैष्णवी को बचाया जा सकता था । घटना को एक सप्ताह से ज्यादा समय बीतने के बाद जब अगवा करके ले जाने वाला लड़का घर आ गया तो परिजनों द्वारा बताने पर उसे पुलिस ने हिरासत में लिया उसके बाद पता चला कि उनकी बेटी की हत्या की गई है। उन्होंने शेखर और उसका सहयोग करने वाले उसके परिजनों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।
वहीं मृतक वैष्णवी की मां ने आरोपी की मौत के बदले मौत की सजा की मांग की है। वहीं उसके पिता वीरेंद्र का कहना है कि उनकी बेटी के अपहरण के बाद लगातार वह थाने के चक्कर काटते रहे , मगर उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। पुलिस लगातार यही कहती रही कि हम अपने हिसाब से काम कर रहे हैं। वहीं वीरेंद्र का कहना है कि पुलिस का कहना था कि वह आने वाली 15 जुलाई तक उनकी बेटी को सही सलामत बरामद कर देगी परंतु 1 जुलाई को ही उसकी हत्या करके उसका शव रेलवे क्रॉसिंग के पास फेंक दिया।