CM योगी मेरी पीड़ा को अच्छी तरह समझते है, 2 सप्ताह बाद मेरी हत्या करवा दी जाएगी- माफिया अशरफ

बरेली, 29 मार्च। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेरी पीड़ा को अच्छी तरह समझते है। मुझे धमकी मिली है की 2 सप्ताह बाद तुमको जेल से बाहर निकलवाकर निपटा दिया जाएगा। हत्या करवा दी जाएगी। मेरे पूरे परिवार को फसाने और यूपी सरकार को बदनाम करने की साजिश है। ये कहना है प्रयागराज से बरेली जेल पहुंचे माफिया अतीक के भाई पूर्व विधायक अशरफ का।

अशरफ जब बरेली के केंद्रीय कारागार 2 पर पहुंचा तो उसने मीडिया के सभी सवालों के जवाब दिए। माफिया काफी डरा सहमा हुआ था। वो बात बात एक ही बात कह रहा था की मेरी हत्या करवा दी जाएगी। वही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ कर रहा था। अशरफ को लगता है की कही उसका एनकाउंटर न करवा दिया जाए।

माफिया अशरफ ने कहा की एक बड़े अफसर ने कहा है की फिर से जेल से तुम्हें निकालेंगे और तुम्हें निपटा देंगे। दो सप्ताह बाद मुझे जेल से निकाला जाएगा और फिर मेरी हत्या करवा दी जाएगी। उमेश पाल की हत्या की साजिश के सवाल पर कहा की यह पूरे परिवार को फंसाने की साजिश है और उत्तर प्रदेश की सरकार को बदनाम करने की। मुख्यमंत्री जी के ऊपर भी फर्जी मुकदमे लग चुके हैं वह अच्छी तरह मेरी पीड़ा को समझते हैं। अशरफ से जब कहा गया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे तो उसने कहा कि मैं माफिया दिख रहा हूं। मैं 3 साल से जेल में बंद हूं तो मैं कैसे साजिश रच सकता हूं। शाइस्ता परवीन मेयर का चुनाव लड़ने वाली थी वह प्रचार में लगी हुई थी इसलिए उनको फंसा दिया गया। अशरफ ने कहा कि मेरे पास जो लोग भी मिलने आते हैं, एलआईयू के सामने बैठकर उनसे बात होती है। यहां पर 50 कैमरे लगे हुए। अगर मेरी हत्या होती है तो चीफ जस्टिस, प्रयागराज के चीफ जस्टिस और मुख्यमंत्री को मेरा बंद लिफाफा पहुंच जाएगा। बंद लिफाफे में उसका नाम होगा जिस ने धमकी दी है। मुझसे कहा गया है कि 2 हफ्ते में निपटा दिए जाओगे। फिर तुमको निपटा दिया जाएगा।

अशरफ ने कहा कि हाई कोर्ट का साफ आदेश है कि जो भी कानूनी कार्रवाई कोर्ट करना चाहे वह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जेल से कर सकती है। लेकिन फिर भी मुझे वह मेरे भाई को जेल से निकाला गया। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट का भी आदेश है कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई कर सकती है। हाईकोर्ट ने यह भी आदेश दिया है, जब मुझे किसी भी वजह से जेल से ट्रांसफर के लिए निकाला जाता है तो वीडियोग्राफी हो और मेरे मेरा अधिवक्ता मेरे साथ रहे।

अशरफ से जब पूछा गया की कोर्ट में अतीक से बात हुई तो उसने कहा बात हुई लेकिन भाई भाई के बीच की बात है वो हम क्यों बताए। अशरफ से जब पूछा गया की जेल में तुमने उमेश पाल की हत्या की साजिश रची तो उसने कहा की एलआईयू के सामने मेरी मुलाकात करवाई जाती है और जेल में सीसीटीवी कैमरे लगे है तो ऐसे में जेल में साजिश कैसे रची जा सकती है। अशरफ ने कहा की जब उमेश पाल ने अपहरण का मुकदमा लिखाया था तब भी मैं जेल में था और जब उनकी हत्या हो गई तभी मैं जेल में हूं।

उमेश पाल अपहरण कांड में 28 मार्च को प्रयागराज एमपी एमएलए कोर्ट ने जहां माफिया अतीक अहमद समेत 3 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई तो वही उसके भाई अशरफ को दोष मुक्त कर दिया गया।

By Anup