पीलीभीत से मेरा खून का रिश्ता है, 4 साल की उम्र में पहली बार आया था पीलीभीत: सांसद वरुण गांधी

वरुण गांधी ने बेरोजगारी, महंगाई, नौजवान, किसानों की समस्याओं का उठाया मुद्दा

रिपोर्ट: विक्रांत
बरेली, 13 फरवरी। एक दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत पहुचे भाजपा सांसद वरुण गांधी ने बीसलपुर क्षेत्र के बमरौली गांव में जनसभा को सम्बोधित करते हुए जनसमस्याओं का निस्तारण करते हुए सरकार से संविदा कर्मियों व आम इंसान के हक को लेकर उनका अधिकार दिलाए जाने की बात कही, साथ ही वरुण गांधी ने संबोधन के दौरान भगवान राम को याद करते हुए भावुकता से अपने बचपन से पीलीभीत का रिश्ता जुड़ा बताते हुए कहा कि इस पीलीभीत से मेरा खून का रिश्ता है और इस पीलीभीत का खून मेरी रगों में है इसीलिए आप सबका मेरे ऊपर हक है अधिकार से मुझे अपना हर समस्या पल में साथ खड़े पाएंगे।

जब मैं यहां पहली बार आया था जब मैं 4 साल का था अपना कुछ महीने बाद 43 साल का हो जाऊंगा मेरा पूरा जीवन आपके सामने बीत गया है। जब मैं पहली बार अपनी मां के लिए यहां वोट मांगने आया था तो मैं 18-19 साल का था आज उस समय को 25 साल होने वाले हैं आज मेरी 8 साल की बेटी है।

उन्होंने कहा कि आवारा पशुओं से किसान बहुत परेशान हैं। आवारा पशु किसान का सिर्फ खेत नहीं खा रहे हैं बल्कि देश का भविष्य खा रहे है। इसके जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही तय होनी चाहिए। देश का अधिकतर किसान कर्ज में डूबा हुआ है और ऊपर से यह अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि जितने भी सोचने समझने और देश की चिंता करने वाले लोग हैं वे जानते हैं व्यवस्था में सुधार बहुत जरूरी है। आम इंसान का इस देश पर सबसे ज्यादा अधिकार है क्योंकि हमारे देश को खिलाने का काम किसान करता है, हमारे देश को बनाने का काम मजदूर करता है, हमारे देश के भविष्य को निर्धारित करने का काम नौजवान करता है, हमारे देश की आर्थिक रीढ़ की हड्डी मध्यवर्गीय आम इंसान ही हैं लेकिन अफसोस इन सब का अधिकार सिकुड़ रहा है जो बहुत चिंता की बात है। इंसान की गिनती उसकी ईमानदारी, काबिलियत और परिश्रम पर होनी चाहिए अमीरी गरीबी पर नहीं।
सांसद वरुण गांधी ने कहा कि इस देश में आम इंसान के लिए लोन इतना मुश्किल बना दिया है की वह बैंको के चक्कर काटता रहता है जबकि धनाढ्य लोगों की बड़ी बड़ी कंपनिया आराम से लोन पा जाती हैं। वर्तमान लोन प्रणाली में देश के चुनिंदा धनाढ्य लोगों की कंपनियां 91 प्रतिशत लोन हासिल कर रही हैं जबकि देश की बड़ी आबादी मात्र 9 प्रतिशत पर समेट दी जाती है। देश के बड़े बड़े डिफाल्टर सम्मान से रह रहे हैं और आम इंसान के लोन अदा करने में जरा भी देरी हो जाती है तो उसको बेइज्जत किया जाता है और कुर्की तक कर दी जाती है।
सांसद वरुण गांधी ने कहा कि देश में पहली समस्या बेरोजगारी है, लाखों करोड़ों नौजवान मारे मारे सड़कों पर बेरोजगार घूम रहे हैं। करीब एक करोड़ पद रिक्त हैं, पर जिम्मेदार चुप हैं। बोले की वह व्यक्तिगत रूप से किसी की बुराई या आलोचना नहीं कर रहे हैं लेकिन ऐसी व्यवस्था को लेकर वह बहुत चिंतित हैं। इस देश के लिए हमारे पूर्वजों ने अपनी कुर्बानियां दी हैं। जो लोग धर्म राजनीति की बात करते हैं उन्हें भगवान श्री राम से सीखना चाहिए जो सब से प्रेम करते थे और सबके लिए सुरक्षा कवच बनकर रहे। कहा कि हमारी राजनीति राष्ट्र प्रेम और देश सेवा के लिए होनी चाहिए।
सांसद ने कहा कि हर गांव में संविदा कर्मचारी चाहें वे आशाबहुएं हों या आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां, शिक्षा मित्र या ग्राम प्रहरी हों सबकी आर्थिक स्थिति जर्जर है जो अपने भविष्य की लड़ाई लड़ रहे हैं, अपने मानदेय और स्थाईकरण को लेकर हमेशा चिंताग्रस्त हैं उनकी ज़िमेदारी कौन लेगा। उनको और उनके परिवारों को भी सम्मान और खुशहाली से जीने का हक है।
सांसद वरुण गांधी ने ग्राम नंदपुरवा तथा मधवापुर में सांसद निधि से निर्मित बारातघर का भी उद्घघाटन किया। इससे पूर्व सुबह बीसलपुर के भंडरिया मोड़ पर पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सांसद सचिव कमलकांत, सांसद प्रतिनिधि राजेश सिंह, अचल दीक्षित, प्रकाश शर्मा, बंटी गुप्ता, शिवेंद्र शुक्ला, राहुल मिश्रा, दीपक पाण्डेय, सूरज शुक्ला आदि सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।

 

By Anup