माफिया अतीक जेल में लगाएगा झाड़ू और नहलाएगा भैंस, 25 रुपए मिलेगी दिहाड़ी

प्रयागराज, 03 अप्रैल। साबरमती सेंट्रल जेल में बंद माफिया अतीक अहमद को जेल में काम मिल चुका है। अब अतीक अहमद जेल में झाड़ू लगाएगा और भैंस नहलाएगा। अतीक अहमद को उमेश पाल अपहरण मामले में साश्रम उम्रकैद की सजा हुई है। अतीक साबरमती जेल में कैदी नंबर 17052 है। अतीक को जेल में झाड़ू लगाना, भैंस नहलाना के साथ ही बढ़ई का काम भी मिला है। इसके साथ ही उसे खेती भी करनी होगी और अन्य मवेशियों का भी ध्यान रखना होगा।

अतीक को पहनने होंगे कैदियों वाले कपड़े, खाना होगा जेल का खाना

अतीक को कैदियों वाले कपड़े भी दिए गए हैं। अतीक को अब कैदियों वाले कपड़ो में ही जेल में जिंदगी बितानी होगी। उसको 2 जोड़ी कैदियों वाले कपड़े मिले हैं। इसमें सफेद कुर्ता पजामा, टोपी और गमछा शामिल है। इतना ही नहीं अतीक अहमद का बैंक खाता भी खोल दिया गया है जिसमें उसे रोजाना की दिहाड़ी के रूप में मिलने वाले ₹25 जमा करवाए जाएंगे। अतीक को जेल में अकुशल कारीगर की श्रेणी में रखा गया है अगर उसे कुशल कारीगर की श्रेणी में रखा जाता तो ₹40 दिहाड़ी मिलती। उसे जेल का ही खाना भी खाना पड़ेगा।

प्रयागराज एमपी एमएलए कोर्ट ने सुनाई सजा

दरअसल अतीक अहमद को प्रयागराज एमपी एमएलए कोर्ट से उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। जिसके बाद अतीक अहमद को पूरी जिंदगी जेल में ही बितानी होगी। अतीक अहमद का राज पूरे प्रयागराज में चलता था। चार दशकों तक अतीक अहमद ने प्रयागराज में खून की होली खेली थी। जिसका मन चाहता था सरेआम उसे मरवा देता था, अपहरण करवा लेता था और उनसे रंगदारी वसूल करता था। एक दौर था जब अतीक ब्रदर्स का सिक्का चलता था। अतीक जिस जगह से निकल जाता था लोग थरथर कांपते थे। किसी की हिम्मत नहीं होती थी अतीक के खिलाफ गवाही दे दे। पुलिस भी उसके पास जाने से डरती थी। जज भी उसके खिलाफ फैसला सुनाने से डरते थे। लेकिन जब उत्तर प्रदेश की कमान योगी आदित्यनाथ के हाथो में सौंपी गई तो उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती कानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने की थी। जो योगी ने कर दिखाया। इतना ही नहीं कोर्ट में चल रहे मामलो में भी तेजी आई। 17 सालों से चल रहे उमेश पाल अपहरण कांड में तेजी लाई गई। सरकार की ओर से प्रयास किए गए ताकि जल्द से जल्द आरोपियों को सजा हो और लोगों का कानून व्यवस्था पर लोगो का भरोसा बढ़े। योगी सरकार की ओर से लगातार कोर्ट में अतीक अहमद को सजा दिलाने के प्रयास करवाए गए और आखिरकार अतीक अहमद हमेशा हमेशा के लिए अब सलाखों के पीछे पहुंच गया है। हालांकि यह पहला मामला है जब उसे किसी मामले में सजा मिली है। लेकिन अभी तो उसके ऊपर फांसी की सजा भी हो सकती है, क्योंकि जल्द ही राजू पाल हत्याकांड में भी फैसला आने की उम्मीद है। उसके बाद उमेश पाल हत्याकांड में भी ट्रायल चलेगा और सरकार प्रयास करेगी कि जल्द से जल्द इस पर फैसला हो ताकि उमेश पाल के हत्यारों को उनके गुनाह की सजा मिल सके।

By Anup