पशुधन मंत्री के जनपद में गौकशी रोकने में पुलिस नाकाम, हिंदू संगठनों में आक्रोश

बरेली, 12 फरवरी। योगी राज में बरेली पुलिस गौकशी रोकने में नाकाम साबित हो रही है। पुलिस से पहले हिंदू संगठनों को पता चल जाता है की गौकशी कहा हुई है। हिंदू संगठनों की शिकायत के बाद पुलिस को पता चलता है की गौ तस्करों ने गौवंश की हत्या की है। एक दिन पहले ही गौकशी की घटना के बाद बरेली के एसएसपी ने बिथरी चैनपुर थाने के इंस्पेक्टर और रोठौरा चौकी इंचार्ज को सस्पेंड किया लेकिन 24 घंटे भी नही बीते थे की आज फिर बिथरी चैनपुर बड़ी संख्या में गौवंश मिलने से हड़कंप मच गया।

बरेली का बिथरी चैनपुर, फरीदपुर, भोजीपुरा ये वो इलाके है जहां गौकशी के मामले सबसे ज्यादा हुए है। यहां शायद ही कोई दिन ऐसा जाता है जब कोई न कोई गौकशी की वारदात न होती हो। गौ रक्षक हिमांशु पटेल अपनी टीम के साथ ऐसी जगहों पर पहुंचते है जहां कही भी गौकशी होती है और फिर पुलिस को सूचना देते है। लेकिन तस्कर हर बार गाय काटने में कामयाब हो जाते है और पुलिस को चकमा देने में भी। बड़ी बात ये है की गौ तस्कर गौकशी करने में हर बार कामयाब हो जाते है और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रह जाती है।

राष्ट्रीय योगी सेना और गौ रक्षा प्रकोष्ठ के जिला मंत्री हिमांशु पटेल ने को सूचना मिली कि कमुआ मोड़ के पास बहगुल नदी के पुल के नीचे गाय के अवशेष पड़े हुए है। जिसके बाद हिमांशु पटेल ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जेसीबी से गौवंश निकलवाए। प्लास्टिक के कट्टो में बड़ी संख्या में गौवंश मिलने के बाद बिथरी चैनपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। हिमांशु पटेल ने सभी गौ तस्करों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही करने की मांग की है।

आए दिन गौवंश के अवशेष मिलने से हिंदू संगठनों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में पुलिस को जरूरत है गौतस्करों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की। दरअसल हिंदू धर्म में गाय की पूजा की जाती है। गाय को माता कहते है। मान्यता है की गाय की सभी देवी देवता विराजमान है। हिंदू धर्म में जब भोजन बनाया जाता है तो सबसे पहली रोटी गाय के लिए बनाई जाती है। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी गायों से बहुत प्रेम करते है। वो आज भी गऊ सेवा करते है। वही बरेली जनपद की आंवला विधानसभा से विधायक और योगी सरकार में पशुधन कल्याण मंत्री के ग्रह जनपद में भी अगर गौतस्कर खुलेआम घूम रहे है और गौकशी करते है तो पुलिस प्रशासन के लिए इससे ज्यादा शर्मनाक बात कुछ और नहीं हो सकती है।

By Anup