• बरेली मंडल में बनेंगी चार बड़ी गौशालाएं, सड़कों से हटेंगे जानवर

  • गौशाला में पिछले 2 माह में हुई 31 गोवंश पशुओं की मौत

  • कान्हा गौशाला में लापरवाही पर बिफरी कमिश्नर डॉक्टर, कर्मचारियों की लगाई फटकार

  • मुख्यमंत्री के आदेश पर गौशालाओं को संवारने निकली कमिश्नर, किया निरीक्षण

  • गौवंश की मौत का कारण स्पष्ट ना होने पर डॉक्टर का जवाब तलब

  • अपर निदेशक पशुपालन और नगर आयुक्त को कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही के आदेश

बरेली, 28 अक्टूबर। गौशाला में पिछले 2 माह में हुई 31 गोवंश पशुओं की मौत के बाद आज कमिश्नर संयुक्ता समद्दार ने कान्हा उपवन का निरिक्षण किया। कमिश्नर के सख्त तेवर देखकर अफसरों में हड़कंप मच गया। उन्होंने लापरवाही बरतने वाले अफसरों और कर्मचारीओ की जमकर फटकार लगाई और उन सभी से स्पस्टीकरण भी माँगा। इसके साथ ही उन्होंने स्मार्ट सिटी के तहत होने वाले विकास कार्यो का भी निरिक्षण किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर सड़कों पर घूमने वाले आवारा गोवंश पशुओं की देखभाल और रखरखाव के लिए बरेली मंडल में बड़ी गौशालाओं का निर्माण कराया जाएगा।वृहद गौशालाओं की क्षमता 25 सौ से 3000 गोवंश पशुओं की होगी। इसके लिए चारों जिलों में 25 से 50 एकड़ भूमि चिन्हित की गई है। इसकी रिपोर्ट भी शासन को भेज दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर कमिश्नर बरेली मंडल संयुक्ता समद्दार ने शुक्रवार को गौशालाओं का निरीक्षण किया। बरेली की नदौसी कान्हा गौशाला में पिछले 2 माह में हुई 31 गोवंश पशुओं की मौत का कारण रजिस्टर में अंकित ना होने पर कमिश्नर बिफर गई। उन्होंने कहा कि गौशालाओं में लापरवाही, गौवंश के पालन और पोषण, देखभाल में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कमिश्नर संयुक्ता समद्दार ने निगम के अधिकारियों के साथ शुक्रवार को नदौसी स्थित कान्हा गौशाला का निरीक्षण किया। कमिश्नर ने बताया कि गौशाला में डॉक्टर सुनैना सिंह पशु चिकित्सा अधिकारी ओपीडी करती हैं। लेकिन 7 माह पहले 22 मार्च को उन्होंने अंतिम बार ओपीडी की थी। हर माह लगभग 10 से 12 गाय गौशाला में आती हैं। उन्होंने डॉक्टर सुनैना सिंह को निर्देशित किया कि वह नियमित ओपीडी कर गायों की टैगिंग करें। गोवंश पशुओं को मिलने वाले पशु आहार के रजिस्टर में नगर निगम के नगर स्वास्थ्य अधिकारी, बीडब्ल्यू व अन्य अधिकारियों के स्टॉक वेरिफिकेशन की रिपोर्ट नहीं थी। अटेंडेंट के हस्ताक्षर नजर नहीं आए। जिस पर कमिश्नर ने खासी नाराजगी व्यक्त की।

डॉक्टर समेत गौशाला के कर्मचारियों का स्पष्टीकरण तलब

कमिश्नर के निरीक्षण में गौशाला में पता लगा कि सितंबर में 15 और अक्टूबर में 16 गोवंश पशुओं की मौत हुई डॉक्टर आदित्य तिवारी ने इन पशुओं की मौत के कारण का रिकॉर्ड नहीं रखा है। पंचनामा मृत्यु का कारण रजिस्टर में अंकित ना होने की वजह से कमिश्नर ने डॉक्टर की फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि गोवंश पशुओं की मृत्यु का रिकॉर्ड स्पष्ट तरीके से रजिस्टर में अंकित किया जाये। गौशाला को पीपीपी मोड पर गोबर से बनाने वाले कंपोस्ट यूनिट में कृभको कंपोस्ट और एनएफएल किसान कंपोस्ट के पैकेट भरे पाए गए, लेकिन कंपोस्ट यूनिट चलाने के लिए कर्मचारी गैरहाजिर था। जिस पर कमिश्नर ने अपर निदेशक पशुपालन और नगर आयुक्त को निर्देश दिए लापरवाही बरतने वाले गैरहाजिर कर्मचारियों का स्पष्टीकरण तलब कर कार्रवाई करें।

बरेली मंडल में 63549 निराश्रित गोवंश पशुओं को मिला आश्रय

बरेली मंडल में निराश्रित गोवंश को संरक्षित करने की शानदार पहल की गई है। सड़कों पर आवारा घूमने वाले पशुओं में बदायूं में 29707 बरेली में 6972 पीलीभीत में 14384 शाहजहांपुर में 12669 निराश्रित गोवंश पशु को संरक्षित किया जा चुका है। बरेली मंडल में 19  पशु संरक्षण केंद्र है। इसमें 13 केंद्र चल रहे हैं। जिसमें 4564 गोवंश हैं। 6 गोवंश केंद्र निर्माणाधीन है। बदायूं में दो गौशाला निर्माणाधीन है। इनमें 80 एवं 90 फ़ीसदी तक काम पूरा हो चुका है। पीलीभीत में एक वृहद गौ संरक्षण केंद्र निर्माणाधीन है। इसमें 80 फीसदी काम हो गया है। शाहजहांपुर में तीन वृहद गौ संरक्षण केंद्र निर्माणाधीन है। दिसंबर 2022 तक इसका निर्माण पूरा हो जाएगा।

कमिश्नर के आदेश पर वृहद गौशाला खोलने में आई तेजी

गौशाला में हजारों निराश्रित गोवंश के पशुओं को संरक्षित करने के बावजूद सड़कों पर आवारा गोवंश पशु घूम रहे हैं। इसके अलावा किसानों की फसलों को भी पशु नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसको गंभीरता से लेते हुए कमिश्नर संयुक्ता समद्दार ने बरेली मंडल के चारों जिलों में वृहद गौ वंशीय आश्रय स्थलों को बनाने के निर्देश दिए हैं। जिससे कि सड़कों और खेतों को नुकसान करने वाले गोवंश पशुओं को आश्रय दिया जा सके।  बदायूं के सिकंदराबाद में 25 एकड़ भूमि चिन्हित कर गौशाला के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। बरेली के अतरछेड़ी विकासखंड तहसील आंवला में 50 एकड़ भूमि चिन्हित कर गौशाला निर्माण के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है। पीलीभीत में एसडीएम पूरनपुर और एसडीएम बीसलपुर को जोकना नदी और बर्रामऊ क्षेत्र में भूमि चिन्हित कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। शाहजहांपुर के पुवायां में 24 एकड़ भूमि चिन्हित कर गौशाला निर्माण के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।

By Anup

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