देवरिया हत्याकांड में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई की है| लापरवाह राजस्वकर्मियों और पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है| हत्याकांड की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा| शासन की रिपोर्ट में फतेहपुर गांव में हुए हत्याकांड में कर्मचारियों और अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है| 

यूपी के देवरिया में हुए दिल दहला देने वाले हत्याकांड में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई की है| इस मामले में लापरवाह राजस्वकर्मियों औ रपुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है| इसमें उपजिलाधिकारी, 1 क्षेत्राधिकारी, दो तहसीलदार, तीन लेखपाल, 1 हेड कांस्टेबल, 4 कांस्टेबल, 2 हल्का प्रभारी और 1 थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है| हत्याकांड की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा|

कि शासन की रिपोर्ट में फतेहपुर गांव में हुए हत्याकांड में कर्मचारियों और अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है| सत्य प्रकाश दुबे ने ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जे के संबंध में आईजीआरएस के तहत कई शिकायतें की थी| ये शिकायतें पुलिस विभाग और राजस्व विभाग को भेजी गई थी| मगर दोनों विभागों के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया|

मामले की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने राजस्व और पुलिस विभाग के जिन कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए है| उसमें उपजिलाधिकारी योगेश कुमार गौड़ एवं क्षेत्राधिकारी रुद्रपुर जिलाजीत भी शामिल हैं. दोनों को निलंबित करने का निर्देश दिया है|

साथ ही उपजिलाधिकारी रहे राम विलास, ओम प्रकाश, ध्रुव शुक्ला, संजीव कुमार उपाध्याय और रिटायर्ड तहसीलदार वंशराज राम और रिटायर्ड राजस्व निरीक्षक रामानंद पाल  के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी| इसके साथ ही अभय राज (वर्तमान में निलंबित तहसीलदार) के खिलाफ आरोप पत्र जारी करने का सीएम ने निर्देश दिया है|

वहीं, तहसीलदार रामाश्रय, संप्रति तहसीलदार बलरामपुर और केशव कुमार तहसीलदार को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई की बात कही गई है| राजस्व निरीक्षक विशाल नाथ यादव, लेखपाल राजनंदनी यादव, लेखपाल अखिलेश को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई की सीएम ने निर्देश दिया है|

पुलिस महकमे में हेड कॉन्स्टेबल राजेश प्रताप सिंह, कॉन्स्टेबल अवनीश चौहान, हल्का प्रभारी व उपनिरीक्षक जय प्रकाश दुबे और प्रभारी निरीक्षक नवीन कुमार सिंह को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई का निर्देश दिया गया है|

इसके साथ ही पूर्व में आईजीआरएस के संदर्भों में निस्तारण में लापरवाही के लिए जिम्मेदार पाए गए कैलाश पटेल, कॉन्स्टेबल राम प्रताप कन्नौजिया, सुभाष यादव और सुनील कुमार, पूर्व प्रभारी निरीक्षक, तत्कालीन क्षेत्राधिकारी दिनेश कुमार सिंह यादव को निलंबित कर विभागी कार्रवाई का निर्देश सीएम ने दिया है|

देवरिया में हुई थी 6 लोगों की हत्या

कि जिले के रुद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव के टोला लेहड़ा में 2 अक्टूबर को सत्य प्रकाश दुबे के घर के पास प्रेमचंद यादव की हत्या हो गई थी| इसके बाद प्रेम यादव के समर्थकों ने सत्य प्रकाश के घर में घुस कर मौजूद सभी 6 लोगों पर जानलेवा हमला कर दिया|

चंद मिनटों में सत्य प्रकाश दुबे, उनकी पत्नी दो बेटी एक बेटा समेत पांच सदस्यों की निर्मल हत्या कर दी गई थी| इस वारदात में सत्य प्रकाश के 8 साल के बेटे अनमोल की हालत नाजुक बनी हुई है| उसे इलाज के लिए गोरखपुर के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है| सीएम योगी ने अस्पताल जाकर उसका हाल जाना था|

मामले में बड़ी बेटी शोभिता दुबे की तहरीर पर 28 नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ पुलिस ने विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया था| मंगलवार को पुलिस ने 16 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. साथ ही हत्या में इस्तेमाल लोहे की रॉड, फावड़ा और तीन डंडे बरामद किए थे|

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में गोरख यादव, श्याम यादव, कुश यादव, परमहंश यादव, रामजी यादव, देवानंद यादव, दुर्गेश यादव, अनिरुद्ध यादव, रामभवन यादव, राधेश्याम यादव, दिवाकर तिवारी, बेचू राजभर, अर्जुन यादव, परशुराम राजभर, प्रदीप राजभर, फुलगेना यादव शामिल है| पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में लगी है|

दूसरी तरफ प्रेमचंद यादव के रिश्तेदार अनिरुद्ध यादव की ओर से दर्ज कराई गई FIR में सत्यप्रकाश दुबे, उनकी पत्नी और बच्चों सहित पांच मृतकों को नामजद किया गया है| पुलिस ने कहा कि इस मामले में आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 147 (दंगा), 148 (सशस्त्र हथियारों के साथ दंगा), 149 (गैरकानूनी सभा) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है|