भाजपा राज में अन्नदाता परेशान, किसानों का हो रहा शोषण: अखिलेश यादव
लखनऊ, 16 जनवरी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा राज में किसान का हर तरह से शोषण हो रहा है। अन्नदाता से किए गए सारे वादे खोखले साबित हुए हैं। वोट लेने के लिए किसानों को तमाम लुभावने सपने दिखाकर भाजपा ने उन्हें अपने हाल पर भटकने के लिए खुला छोड़ दिया है। किसान इससे बुरी तरह आक्रोशित हैं।
किसानों को कर्जमाफी, बिजली में राहत, आय दुगनी करने का भरोसा इन सब वादों को भाजपा ने भुला दिया। किसानों को उम्मीद थी कि उन्हें उनकी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) मिलेगा। किसानों को गन्ना मूल्य का बकाया भुगतान नहीं मिल रहा है। भाजपा राज में किसानों के नलकूप खराब पड़े हैं।
कन्नौज में किसान आलू के बाद टमाटर के गिरे भाव से परेशान हैं। ठंड में टमाटर के पौधों को बचाने के लिए बार-बार दवा के छिड़काव से फसल की लागत बढ़ गई है। बाजार में टमाटर की कीमतें किसानों को रूला रही है। चंदौली, बलरामपुर आदि जनपदों में बहुत धीमी गति से धान की खरीद हो रही है। अधिकांश क्रय केन्द्रों में किसानों को भटकाने की शिकायतें मिल रही है।
भाजपा ने चुनाव से पूर्व जनता से छुट्टा पशुओं की समस्या खत्म करने का वादा किया था। जनता से वोट लेकर भाजपा अपने वादे से मुकर रही है। किसान ठंड में पूरी-पूरी रात खेतों में जागकर रखवाली करता है। छुट्टा पशु किसान की फसल को बर्बाद कर रहे हैं। गौशालाओं में गोमाता की और भी दुर्दशा है। बड़ी संख्या में गायों की मौतें हो गई है। सांड़ों के हमलों से लोगों की जाने जा रही हैं। कितने ही निर्दोश मारे गए हैं।
सच तो यह है कि किसानों के हितों की तमाम कथित योजनाओं में भ्रष्टाचार चरम पर है। भाजपा सरकार के आदेशों-निर्देशों की धज्जियां खुद उनके अधीनस्थ अधिकारी, कर्मचारी उड़ा रहे हैं। छुट्टा पशुओं से जनता और किसानों को निजात कब मिलेगी? भाजपा सरकार तो केवल चुनाव की तैयारियों में ही व्यस्त रहती है। उसे जनता की समस्याओं और किसानों से हमदर्दी कभी नहीं रही है।