निक्षय मित्रों के संग टीबी से स्वास्थ्य विभाग लड़ रहा जंग
2025 तक उत्तर प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने का योगी सरकार का लक्ष्य
605 स्वयं सहायता समूह टीबी उन्मूलन में कर रहे स्वास्थ्य विभाग का सहयोग
बरेली, 23 मार्च।
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने निक्षय मित्रों के साथ टीबी के खिलाफ जंग छेड़ दी है। टीबी रोगियों को ठीक कर उन्हें पोषण आहार देने के लिए 605 स्वयं सहायता समूह तैयार किए गए हैं। इसके अलावा हर ब्लाक में जो स्वयं सहायता समूह को सीधे स्वास्थ्य विभाग से जोड़ा गया है। 2022 में 3237 टीबी रोगियों को गोद लिया गया था। 2023 में अब तक 200 टीबी रोगियों को गोद लिया जा चुका है। 349 निक्षय मित्रों का रजिस्ट्रेशन कराया गया। बरेली जिले में 13 टीबी चैंपियन रोगियों के उपचार में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। क्लीनिक और हॉस्पिटल में अब तक 7000 टीबी रोगियों का इलाज किया जा चुका है। सीएमओ बरेली डॉ बलबीर सिंह ने बताया कि 2025 तक उत्तर प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसको लेकर बरेली जिले में तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं।
65368 टीबी रोगी तीन साल में चिन्हित, 5237 दिए गोद
सीएमओ डॉ बलबीर सिंह ने बताया कि 2021 में 16048, 2022 में 16013 और 2023 में 3306 रोगियों को चिन्हित किया चुका है। इसमें 2022 में 3237 और 2023 में 2000 टीबी रोगियों को गोद दिया जा चुका है। इसके अलावा स्वयं सहायता समूह को पोषण आहार किट और दवा की पोटली देने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए उन्हें रुपये 100 प्रति रोगी के हिसाब से भुगतान किया जा रहा है। क्षय रोग उन्मूलन को लेकर शुक्रवार को विधायक राघवेंद्र शर्मा की अध्यक्षता में गोष्ठी आयोजित की जाएगी। इसमें क्षय रोगियों को पोषण आहार किट वितरित की जाएगी।
प्रधानमंत्री आज टीबी मुक्त पंचायत पहल का करेंगे शुभारंभ
प्रधानमंत्री टीबी-मुक्त पंचायत पहल; एक संक्षिप्त टीबी निवारक उपचार (टीपीटी)का आधिकारिक रूप से अखिल भारतीय स्तर पर शुभारंभ करने; टीबी के लिए परिवार केन्द्रित देखभाल मॉडल और भारत की वार्षिक टीबी रिपोर्ट 2023 जारी करने सहित विभिन्न पहलों का शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री टीबी के उन्मूलन की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति के लिए चुनिंदा राज्यों/केन्द्र- शासित प्रदेशों और जिलों को पुरस्कृत भी करेंगे।
मार्च 2018 में, नई दिल्ली में आयोजित ‘एंड टीबी समिट’ के दौरान, प्रधानमंत्री ने निर्धारित समय से पांच साल पहले, 2025 तक टीबी से संबंधित एसडीजी लक्ष्यों को हासिल करने के लिए भारत का आह्वान किया था। ‘वन वर्ल्ड टीबी समिट’इन लक्ष्यों पर और आगे विचार-विमर्श करने का अवसर प्रदान करेगा क्योंकि यह देश अपने टीबी उन्मूलन संबंधी उद्देश्यों को पूरा करने कीदिशा में आगे बढ़ रहा है