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किताब The secrets of Swami kailashanand giri के प्रमुख पेज का हुआ विमोचन

स्वाभिमान टीवी, बरेली। तिब्रिनाथ मन्दिर मे साप्ताहिक श्रीमदभागवत कथा मे आज की श्रीमद भागवत बड़े ही हर्षोल्लास व उत्साह कै साथ शुरू हुई, शुरुआत व्यास गद्दी की पूजा से हुई । आज गुरु जी पर लिखी जाने वाली किताब “The secret of Swami Kailashanand Giri “के मुख्य पेज का अनावरण हुआ जिसके लेखक बरेली के जाने माने गणितज्ञ श्री अमित चौधरी व उनकी पत्नी श्री नीलम चौधरी व इनके सहयोगी दीपक सिंह, संदीप बत्रा है ।

गुरु जी पर लिखी जाने वाली इस किताब मे गुरु जी के जीवनकाल की अध्यात्मिक यात्रा के साथ साथ उनके अध्यात्मिक अलौकिक सिद्धियों व रहस्यों का और भक्तो पर किये गए अकल्पनीय उपकारों का उल्लेख किया है। आज के सम्मानित अतिथि गणों मे नगर पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल, अर्बन कोओपरटिव बैंक की अध्यक्ष, मंत्री बेबी रानी मौर्य आदि उपस्थित थे। इनके साथ मुख्य यजमान पप्पू भरतौल, डॉ अनिल शर्मा, श्री सुनील यादव, विनीत अग्रवाल, धीरज आदि उपस्थित थे।

कृषण लीलाओ का विस्तृत वर्णन करते हुए गुरु जी ने भगवान् के जन्म के महत्व को बताया।पूतना, कंस के व्यवहार व व्यक्तित्व का वर्णन काम, क्रोध, लोभ मोह, इर्ष्या , द्वेष गुरु जी कहते है की हम कही भी रहे हमारे अंदर बुराई नही आनी चाहिए। श्री कृष्ण के माखन चोरी की लीलाओ का उल्लेख किया, कहा की प्रभु नमक हराम नही थे नमक हलाल थे। माखन खाया है तो सबकी रक्षा भी करी। उन्होंने सब लीलाये सामाजिक उत्थान के लिए की।

गुरु जी कहते है की श्री कृष्ण ने पांचो तत्व को शुद्ध किया। भगवान् ने कालिया नाग के मान का मृदं किया और जल तत्व को शुद्ध किया, तृणव्रत को मारा तो वायु तत्व को शुद्ध किया , धनुकसूर् को मारकर पृथ्वी तत्व को शुद्ध किया , भगवान् प्रलंबासुर को मारकर , दावानल का रसपान करके अग्नि को शुद्ध किया। इसके पश्चात् गुरु जी ने गोवर्धन पूजा कैसे श्री कृष्ण ने शुरू कराई , गोकुल के लोग इंद्र को खुश करने के लिए उनकी पूजा करते थे श्री कृष्ण ने कहा की इंद्र नही गोवर्धन पूजा होगी, इंद्र ने नाराज होकर बरसात , आंधी तूफान शुरू किया तो श्री कृष्ण ने सम्पूर्ण गोवर्धन मात्र एक ऊँगली पर उठा लिया , तो इंद्र ने हार स्वीकार की। इसका उल्लेख करते हुए 56 भोग का महत्त्व बताया। और वेद मंत्रो के उच्चारण के साथ गुरु जी के साथ आये संगीतकारों व साधुओ ने गोवर्धन की पूजा करी।