स्वाभिमान टीवी, डेस्क। इजरायल लगातार लेबनान पर हमले जारी रखा हुआ है। सोमवार को लेबनान पर इजरायल ने एक बड़ा हमला किया है। जिसमें करीब 180 से अधिक लोगों की जान गई है। वहीं सौकड़ों की संख्या में लोग घायल हुए हैं। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार इजरायल ने हिज्बुल्ला के 300 से अधिक ठिकानों पर हमला किया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इजरायल डिफेंस फोर्स के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने बताया कि हमला करने से पूर्व इजरायल ने आसपास रहने वाले लोगों को घर खाली करने की चेतावनी दी थी। उन्होंने बताया कि इजरायल ने जिन ठिकानों को निशाना बनाया है उसमें हिजबुल्लाह के हथियार के साथ रॉकेट छिपाकर रखे गए थे।
इजरायल का धैर्य अटूट नहीं
डेविड मेनसर ने एक टेलीविजन पर एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि इजरायल का धैर्य अटूट नहीं है। उन्होंने बताया कि हिज्बुल्लाह के साथ जारी झड़पों में हिज्बुल्लाह ने इजरायल पर 9000 से अधिक रॉकेट दागे थे। जिसमें बच्चों सहित 48 लोगों की जान गई और 325 इजरायली घायल हुए। लेकिन हमने हवाई हमले से पहले लेबनान के निवासियों से जगह खाली करने की अपील की थी।
क्या है लेबनान के प्रधानमंत्री का कहना?
बता दें पिछले पांच दिनों से इजरायल लगातार लेबनान पर हमले कर रहा है। इजरायल के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने इस हमले को नरसंहार बताया है। कैबिनेट बैठक में नजीब मिकाती ने कहा कि इजरायली हमलों का उद्देश्य लेबनान के कस्बों और गांवों को नष्ट करना है। इजरायल कह रहा है कि वो हिज्बुल्लाह के हथियारों वाली इमारतो को निशाना बना रहा है। उसका लक्ष्य है खुद पर हमला होने से पहले उन हथियारों को नष्ट करना।
क्या है इजरायल का प्लान?
प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने इजरायल का प्लान बताते हुए कहा कि इजरायल सिर्फ और सिर्फ लेबनानी गांवों और कस्बों को नष्ट करने पर उतरा हुआ है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से अपील करते हुए कहा कि वो इजरायल की आक्रामकता को रोकने के लिए आगे आए और उससे आग्रह करे। मिकाती ने आरोप लगाया कि इजरायल बेगुनाहों को निशाना बना रहा है जो एक अपराध है।
चांसलर के कार्यक्रम में हुआ हंगामा
ब्रिटेन की चांसलर रेचल रीव्स का एक वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है दरअसल जिस समय ब्रिटेन की चांसलर रेचल रीव्स भाषण दे रही थीं। उसी समय एक शख्स ने चिल्लाना शुरू कर दिया कि इजरायल को हथियार बेचना बंद करो। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस शख्स ने कार्यक्रम के दौरान फ्री फिलिस्तीन के भी नारे लगाए। हालांकि बाद में सुरक्षाबलों ने उसे हिरासत में ले लिया।