कावड़ियों के जत्थे पर पथराव के बाद बबाल, कई थानों की पुलिस ने संभाला मोर्चा
बरेली, 24 जुलाई। यूपी के बरेली में आज कावड़ियों के जत्थे पर खुराफातियों ने पथराव कर दिया। जिसमे कई कावड़िए घायल हो गए। करीब 2000 कावड़ियों का जत्था कछला से जल लेने के लिए जा रहा था तभी शाहनूरी मस्जिद से पथराव शुरू कर दिया गया। कावड़ियो के जत्थे पर हुए पथराव के बाद जमकर बबाल हुआ।
बारादरी थाना क्षेत्र के जोगी नवादा स्थित महाभारतकालीन वनखंडी नाथ मंदिर से रविवार को कावड़ियों का जत्था जल लेने के लिए कछला घाट जा रहा था। जिस पर शाहनुरी मस्जिद से और घरों से कावड़िओ पर पथराव कर दिया गया। जिसके बाद कावड़ियों ने भी बचाओ में पथराव किया। सूचना पर 5 थानों की पुलिस पीएसी, आरएएफ मौके पर पहुंच गई और पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया।
वही इस घटना के बाद कावड़ियों का कहना है कि मुस्लिम समुदाय के लोगो ने पहले से तैयारी कर रखी थी। पूरा बाजार बंद कर रखा था और छतों पर पत्थर और कांच की बोतले रख रखी थी। जैसे ही कावड़ियों का जत्था निकला वैसे ही शाहनूरी मस्जिद के पास पूर्व पार्षद उस्मान अली समेत मुस्लिम समुदाय के लोगो ने घरों से पथराव कर दिया। इस दौरान कावड़ियों के साथ मौजूद पुलिस को भी पत्थर लगे।
वही इस मामले में आईपीएस एसपी सिटी राहुल भाटी का कहना है की कावड़ियों का जत्था जल लेने के लिए जा रहा था तभी खुराफातिओ ने उन पर पथराव कर दिया। इस मामले में तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की सीसीटीवी से पहचान की जा रही है।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि थाना बारादरी क्षेत्रान्तर्गत लगभग समय 03.00 बजे एक कावड़ जत्था निकल रहा था। एक धार्मिक स्थल के पास गुजरने के दौरान कुछ फेंकने को लेकर वाद-विवाद हुआ है जिसमें 40-50 मीटर आगे जाने पर कुछ लोगों द्वारा पत्थर फेंके गये है। बाद में फुटेज मिले तो उसमें देखा गया कि दोनों तरफ से भी पत्थर चले है। मौके पर मौजूद पुलिस बल ने स्थिति को नियंत्रित किया गया है और मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया है। जुलूस आगे जा चुका है। अभी तक किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली है। मौके पर शांति व्यवस्था कायम है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर लोगों को चिन्हित किया जा रहा है जिनके विरूद्ध कठोर विधिक कार्यवाही की जायेगी।
फिलहाल इस घटना के बाद कई सारे फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे है जो आग में घी डालने का काम कर रहे है। क्योंकि बरेली सूबे के अति संवेदनशील जनपदों में आता है पूर्व में बरेली में कई बार सांप्रदायिक दंगे भी हो चुके है ऐसे में पुलिस प्रशासन को अधिक सख्ती बरतने की जरूरत है ताकि खुराफाती माहौल बिगाड़ने में कामयाब न हो सके।