गोरखपुर में आप नेता कुंज बिहारी निषाद की मौत के बाद अस्पताल में हंगामा और पथराव हुआ। पुलिस ने 100 से अधिक अज्ञात प्रदर्शनकारियों पर केस दर्ज किया है। थाना प्रभारी समेत चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। परिजनों ने पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप लगाया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है जो फरार हैं।
आप नेता कुंज बिहारी की मौत के बाद हुए पथराव में घायल गोरखनाथ थाना प्रभारी शशि भूषण राय की तहरीर पर पुलिस ने 100 से अधिक अज्ञात प्रदर्शनकारियों पर लोक सेवक के कार्य में बाधा डालना, गैर इरादतन हत्या का प्रयास, हिंसा, दंगा, खतरनाक हथियार से हमला, लोक सेवक पर हमला, जानबूझकर अपमान और डराकर सम्मान को ठेस पहुंचाने के मामले में केस दर्ज किया।
घटना के वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस हमलावर प्रदर्शनकारियों के घर दबिश दे रही है। कई लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस उनसे पूछताछ भी कर रही है। पथराव में थाना प्रभारी के साथ चार पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
इंसपेक्टर शशिभूषण राय ने तहरीर में बताया कि आप नेता की मौत की सूचना पर वह पुलिस टीम के साथ मैरी गोल्ड हास्पिटल पहुंचे। यहां उन्होंने देखा कि हास्पिटल के बाहर बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष एकत्रित होकर हंगामा कर रहे थे।
उन्हें समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन भीड़ बढ़ती गई। उच्च अधिकारियों से बात करने के बाद थोड़ी देर में और पुलिसकर्मियों को मौके पर बुलाया गया। इसी बीच, भीड़ में शामिल कुछ महिलाएं और पुरुष आक्रािशित होकर पुलिस के विरोध में नारेबाजी करने लगे।
इसमें से कुछ लोग आक्रामक होकर हास्पिटल की एंबुलेंस का शीशा तोड़ने लगे और पुलिसकर्मियों पर पथराव करने लगे। इसमें वह और तीन अन्य पुलिसकर्मी के सिर में चोट लगने से घायल हो गए। साथियों ने अस्पताल ले जाकर उपचार कराया। पथराव की घटना अस्पताल के बाहर लगे सीसी कैमरे में कैद है।
इसके पूर्व गोरखनाथ थाना के रामपुर नया गांव निवासी आप नेता कुंज बिहारी निषाद का 4200 रुपये को लेकर मोहल्ले के रहने वाले अभिषेक पांडेय व उसके पिता हिमालय पांडेय से विवाद हो गया था। आरोप है कि इससे नाराज अभिषेक ने अपने साथियों संग मिलकर आप नेता पर लाठी, राड से हमला कर दिया था।
स्वजन ने मैरीगोल्ड हास्पिटल कुंजबिहारी को भर्ती कराया था। यहां पर उपचार के दौरान मंगलवार सुबह उनकी मौत हो गई। कुंजबिहारी की मौत की खबर जैसे ही उनके मोहल्ले और घर वालों को पता चला। वैसे ही 200 से अधिक की संख्या में लोग अस्पताल पहुंच गए और लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे।
उधर, हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी शुरू कर दी। लेकिन, हंगामा करने वालों ने विरोध शुरू कर दिया और हास्पिटल व पुलिसकर्मियों पर पथराव करने लगे
पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप
कुंज बिहारी के भाई मनोज ने पुलिसकर्मियों पर अस्पताल के बाहर खड़ी महिलाओं पर लाठी चार्ज व अभद्रता का आरोप लगाया है। मनोज का कहना है कि भाई की मौत की सूचना पर सैकड़ाें की संख्या में महिलाएं व पुरूष एकत्रित होकर अस्पताल प्रबंधन पर उपचार में लापरवाही का आरोप लगा रहे थे। इसी बीच पहुंची पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
इसमें 20 से अधिक महिलाएं घायल है। एक युवक के सिर में गंभीर चोटैं आई है। पांच बाइक भी क्षतिग्रस्त हुई है। इससे लोग आक्रोशित हो गए। मनोज ने बताया कि जिस युवक के पीटने से भाई की मौत हुई है। वह मूलरूप से संतकबीरगनर के मेहदावल मनोरथपुर का रहने वाला है। हमले के बाद से वह घर में ताला बंद कर फरार है।