एशियन गेम्स का आयोजन इस बार चीन के हांगझोउ में हो रहा है| ये गेम्स 23 सितंबर से शुरू होंगे और 8 अक्टूबर तक चलेंगे| भारत के वुशू खिलाड़ी भी हांगझोउ में हो रहा है| ये गेम्स 23 सितंबर से शुरू होंगे और 8 अक्टूबर तक चलेंगे| भारत के वुशू खिलाड़ी भी हांगझोउ में हिस्सा लेने जा रहे थे| लेकिन तीन वुशू खिलाड़ियों न्येमान वांग्सू ( Nyeman Wangsu), ओनिलु टेगा ( Nyeman Wangsu) और मेपुंग लाम्गू (Mepung Lamgu) को चीन में प्रवेश देने से मना कर दिया|
एशियन गेम में चीन द्वारा तीन भारतीय खिलाड़ियों को एंट्री न दिए जाने पर भारत ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है| चीन की इस हरकत के विरोध में खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपना बीजिंग दौरा रद्द कर दिया| वे एशियन गेम्स में भारतीय खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए चीन जाने वाले थे|
दरअसल, एशियन गेम्स का आयोजन इस बार चीन के हांगझोउ में हो रहा है| ये गेम्स 23 सितंबर से शुरू होंगे और 8 अक्टूबर तक चलेंगे| भारत के वुशू खिलाड़ी भी हांगझोउ में हिस्सा लेने जा रहे थे| लेकिन तीन वुशू खिलाड़ियों न्येमान वांग्सू ( Nyeman Wangsu), ओनिलु टेगा ( Nyeman Wangsu) और मेपुंग लाम्गू (Mepung Lamgu) को चीन में प्रवेश देने से मना कर दिया|
अरुणाचल के रहने वाले हैं तीनों खिलाड़ी
ये सभी भारतीय खिलाड़ी अरुणाचल प्रदेश के रहने हैं| उनमें से एक को एक्रिडिएशन (मान्यता) मिल गया था और दो उसी का इंतजार कर रहे थे| लेकिन जब टीम बुधवार को चीन के लिए रवाना हुई तो उन्हें विमान में चढ़ने की अनुमति नहीं दी गई| क्योंकि बोर्डिंग के लिए कोई उचित मंजूरी नहीं थी|
इसके बाद इन सभी खिलाड़ियों को दिल्ली में मौजूद जेएलएन स्टेडियम में स्थित SAI हॉस्टल में वापस लाया गया|चीन में वुशू टीम के एक शीर्ष सूत्र ने इस मामले को एशियाई खेलों की आयोजन समिति और ओसीए (ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया) के साथ भी उठाया है| हमें उम्मीद है कि जल्द ही मामला सुलझ जाएगा|
चीन की प्रतिक्रिया भी आई सामने
बीजिंग ने शुक्रवार को तीन भारतीय एथलीटों को प्रवेश देने से इनकार करने के अपने फैसले को उचित ठहराया है| चीन का कहना है कि इन खिलाड़ियों के पास वैध दस्तावेज नहीं थे| माना जा रहा है कि अरुणाचल प्रदेश से होने की वजह से चीन ने इन खिलाड़ियों को एंट्री देने से मना किया है| क्योंकि चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत का हिस्सा बताते हुए अपना दावा करता है|
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि चीन वैध दस्तावेजों के साथ एशियाई खेलों में भाग लेने के लिए सभी एथलीटों का स्वागत करता है| चीन आपके द्वारा बताए गए तथाकथित अरुणाचल प्रदेश प्रांत को मान्यता नहीं देता है|दक्षिणी तिब्बती क्षेत्र चीन का हिस्सा है|
OCA ने दिया अलग बयान
उधर, OCA की एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष वेई जिजहोंग ने दावा किया है| कि भारतीय एथलीटों को चीन में प्रवेश के लिए वीज़ा दे दिया गया है| उन्होंने कहा, इन भारतीय एथलीटों को चीन में प्रवेश करने के लिए पहले ही वीजा मिल चुका है|चीन ने किसी भी वीजा से इनकार नहीं किया| दुर्भाग्य से, इन एथलीटों ने इस वीजा को स्वीकार नहीं किया|मुझे नहीं लगता कि यह OCA समस्या है क्योंकि चीन ने इसके लिए एक समझौता किया है| प्रमाणित योग्यता रखने वाले सभी एथलीटों को चीन में प्रतिस्पर्धा करने के लिए आने दें|