बरेली में मिलेगा कैंसर का इलाज
, लखनऊ और दिल्ली भागने की नहीं पड़ेगी जरूरत
, कैंसर के इलाज की तमाम जांचों की सुविधा बरेली के रोहिलखंड मेडिकल कॉलेज में
बरेली। अब कैंसर का इलाज के लिए बरेली के मरीजों को लखनऊ और दिल्ली भागने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी आमतौर पर फर्स्ट स्टेज की जांच के लिए भी कैंसर के मरीजों को लखनऊ और दिल्ली की दौड़ लगानी पड़ती थी लेकिन अब यह सुविधा बरेली में मिलेगी बरेली के रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज में पेट स्कैन मशीन लगाई गई है जिसकी मदद से कैंसर की बीमारी का पता आसानी से लगाया जा सकता है। रोलखंड मेडिकल कॉलेज में स्पेशल बोर्ड बनाया गया है जिसमें सिर्फ और सिर्फ कैंसर मरीजों का इलाज चल रहा है लोगों की मदद के लिए डॉक्टर पैनल की एक बड़ी टीम भी लगी हुई है।
फीस का भी है अंतर
रोहिलखंड मेडिकल कॉलेज के विशेषागों का कहना है कि जहां प्रथम जांच के लिए भी मरीज को दिल्ली लखनऊ की दौर लगानी पड़ती थी अब वही जांच बरेली में भी शुरू हो चुकी है ऐसे सबसे बड़ा मरीजों को फायदा यह मिलेगा की कम खर्चे में जांच और उसका इलाज बरेली में भी संभव होसकेगा। इससे कहीं ना कहीं सबसे अधिक मदद मरीज के परिवार के लोगों को आर्थिक रूप से मिलेगी और कम खर्चे में ही कैंसर का इलाज आसानी से मिल जाएगा।
बरेली में मिलेगा कैंसर का इलाज
, लखनऊ और दिल्ली भागने की नहीं पड़ेगी जरूरत
, कैंसर के इलाज की तमाम जांचों की सुविधा बरेली के रोहिलखंड मेडिकल कॉलेज में
बरेली। अब कैंसर का इलाज के लिए बरेली के मरीजों को लखनऊ और दिल्ली भागने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी आमतौर पर फर्स्ट स्टेज की जांच के लिए भी कैंसर के मरीजों को लखनऊ और दिल्ली की दौड़ लगानी पड़ती थी लेकिन अब यह सुविधा बरेली में मिलेगी बरेली के रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज में पेट स्कैन मशीन लगाई गई है जिसकी मदद से कैंसर की बीमारी का पता आसानी से लगाया जा सकता है। रोलखंड मेडिकल कॉलेज में स्पेशल बोर्ड बनाया गया है जिसमें सिर्फ और सिर्फ कैंसर मरीजों का इलाज चल रहा है लोगों की मदद के लिए डॉक्टर पैनल की एक बड़ी टीम भी लगी हुई है।
फीस का भी है अंतर
रोहिलखंड मेडिकल कॉलेज के विशेषागों का कहना है कि जहां प्रथम जांच के लिए भी मरीज को दिल्ली लखनऊ की दौर लगानी पड़ती थी अब वही जांच बरेली में भी शुरू हो चुकी है ऐसे सबसे बड़ा मरीजों को फायदा यह मिलेगा की कम खर्चे में जांच और उसका इलाज बरेली में भी संभव होसकेगा। इससे कहीं ना कहीं सबसे अधिक मदद मरीज के परिवार के लोगों को आर्थिक रूप से मिलेगी और कम खर्चे में ही कैंसर का इलाज आसानी से मिल जाएगा।