भद्राकाल में न बांधे भाई को राखी, मृत्यु लोक में है भद्रा, कब बांधे राखी जाने

शूर्पणखा ने भद्रा काल में बांधी थी भाई रावण के राखी, रावण का हो गया था सर्वनाश

रक्षाबंधन विशेष, 30 अगस्त 2023। रक्षाबंधन एक ऐसा त्योहार है जिस दिन बहन अपने भाई के हाथ में राखी बांधती है और उसकी लंबी उम्र की भगवान से कामना करती है। लेकिन इस बार अगर बहन ने भाई के राखी बांधी तो उसकी जान को खतरा हो सकता है।
दरअसल रक्षाबंधन इस बार 30 अगस्त को है और 30 अगस्त को पूरे दिन भद्रा है। भद्रा में राखी नही बांधी जाती है। भद्रा इस बार मृत्यु लोक में है जिस वजह से भाई के राखी बांधने से उसकी जान को खतरा हो सकता है। दरअसल भद्रा रक्षाबंधन के दिन स्वर्ग लोक में होती है लेकिन इस बार भद्रा मृत्यु लोक में है जिस वजह से 30 अगस्त यानी बुधवार को पूरे दिन राखी नहीं बांधी जाएगी।

दरअसल भद्रा काल में शूर्पणखा ने अपने भाई रावण को राखी बांधी थी इसके बाद सभी जानते हैं कि रावण का सर्वनाश हो गया था। उसके सोने की लंका जलकर राख हो गई थी। रावण के खानदान में कोई दीपक जलाने वाला भी नहीं बचा था। कहते हैं “एक लख पुत्र सवा लाख नाती, ता रावण घर दिया न वाती”।
जिसके एक लाख पुत्र सवा लाख नाती थे जिसको दसों दिशाओं का ज्ञान था। उस रावण का अंत बहुत ही बुरा हुआ। इसलिए भद्रा काल में किसी भी कीमत पर अपने भाइयों को राखी ना बांधे।

रक्षा बंधन अशुभ मुहूर्त

पूर्णिमा तिथि शुरुआत – 30 अगस्त सुबह 10 बजकर 58 मिनट से 31 अगस्त सुबह 07 बजकर 05 मिनट तक
भद्रा काल – 30 अगस्त सुबह 10 बजकर 43 मिनट से लेकर रात्रि 09 बजकर 01 मिनट तक

रक्षा बंधन शुभ मुहूर्त

30 अगस्त राखी शुभ मुहूर्त – रात 09 बजकर 02 मिनट से 31 अगस्त सुबह के 07 बजकर 05 मिनट तक

 

By Anup