स्वाभिमान टीवी, डेस्क। पीएम नरेंद्र मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित करते हुए विकसित भारत का खाका पेश किया। इस दौरान उन्होंने उपलब्धियां गिनाईं तो चुनौतियों पर भी बात की। पड़ोस के देश बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर पीएम नरेंद्र मोदी ने खुलकर बात की तो वहीं यूनिफॉर्म सिविल कोड की भी वकालत की। उन्होंने इसे नई शब्दावली के साथ पेश करते हुए कहा कि देश को अब सेकुलर सिविल कोड की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से कम्युनिल सिविल कोड रही, अब देश को सेकुलर सिविल कोड मिलना चाहिए।

मेडिकल क्षेत्र में अच्छी शिक्षा

78वें स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने मेडिकल क्षेत्र में उच्च शिक्षा के लिए छात्रों के विदेश जाने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि अगले पांच साल में 75 हजार मेडिकल सीटें बनायी जाएगी। लगभग 25000 छात्र मेडिकल शिक्षा के लिए विदेश जाते हैं। यह छात्र मूल रूप से मध्यम वर्ग के होते हैं जिससे इन परिवारों पर गहरा आर्थिक बोझ पड़ता है। उन्होंने कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए अगले पांच साल में मेडिकल क्षेत्र में 75 हजार सीटें सृजित की जाएगी।

2036 के ओलंपिक में भारत कर सकता है मेजबानी

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश इस खेल महाकुंभ के आयोजन के लिए तैयारी कर रहा है। मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान वहां उपस्थित ओलंपिक विजेताओं का उल्लेख किया। मोदी ने कहा, ‘‘साथियों, हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हों, वह हिंदुस्तान की धरती पर हों। उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं।’’

बिते दिनों मुंबई में हुए आईओसी के सम्मेलन में इसकी इच्छा व्यक्ति की थी। जानकारी के अनुसार अगले साल आईओसी के अध्यक्ष का चुनाव होना है और उसके बाद ही 2036 के ओलंपिक खेलों के मेजबान का फैसला लिए जाने की संभावना हैं। भारत के अलावा कई अन्य देश जैसे कि सऊदी अरब, कतर, तुर्की आदि भी 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के दौड़ में शामिल हैं।

By ashmit