पर्यटन विभाग और संस्कृति विभाग की ओर से ‘रामायण कांक्लेव‘ का आयोजन

जनपद व प्रदेश के विभिन्न कलाकारों द्वारा भावभीनी प्रस्तुतियों से वातावरण को राममय बनाया गया

सांसद ने कहा कि प्रभु श्री राम के चरित्र के बारे में जितना भी पढ़ा जाये व सुना जाये वह कम नहीं है

जिलाधिकारी ने कहा कि रामायण का उद्देश्य हमारी सांस्कृतिक विरासत से है, जिसे हमें सदैव संजोय कर रखना है


बरेली, 04 मार्च। जिला प्रशासन के सहयोग तथा पर्यटन विभाग एवं संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश की ओर से आज स्थानीय आईएमए हॉल में ‘जन जन के राम‘ थीम पर भव्य ‘रामायण कांक्लेव‘ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में रंगोली, चित्रकला प्रतियोगिता, प्रवचन, व्याख्यान, गायन, नृत्य, नाट्यप्रस्तुति, लोक गायन, विचार गोष्ठी आदि के द्वारा मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के जीवन से जुड़े विविध प्रसंगों को जनमानस के समक्ष रखा गया।


पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश एवं संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अयोध्या शोध संस्थान, संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश संयोजक की भूमिका में रहे। कार्यक्रम का उद्घाटन सांसद संतोष गंगवार ने दीप प्रज्वलित व प्रभु श्रीराम के चित्र पर माल्यार्पण कर शुभारम्भ किया। विधायक कैन्ट संजीव अग्रवाल, जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी तथा मुख्य विकास अधिकारी जग प्रवेश विशिष्ट अतिथि रहे।


सांसद संतोष गंगवार ने अपने सम्बोधन में कहा कि हम सबके मन में प्रभु श्री राम बसे है। उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम के चरित्र के बारे में जितना भी पढ़ा जाये व सुना जाये वह कम नहीं है।
जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी ने अपने संबोधन में कहा कि रामायण कॉन्क्लेव का सुंदर कार्यक्रम पूरे प्रदेश में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रामायण का उद्देश्य हमारी सांस्कृतिक विरासत से है, जिसे हमें सदैव संजोय कर रखना है। उन्होंने कहा राम शब्द के शाब्दिक अर्थ पर अपने को विद्वानों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए हैं। उन्होंने कहा कि हम जीवन के किसी भी पड़ाव में हो सबके लिए भगवान श्रीराम का चरित्र देखने को मिलता है।


कार्यक्रम में जूनियर व सीनियर वर्ग में चित्रकला व रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसके संयोजक डॉ राजेंद्र सिंह पुंडीर रहे। विजेता प्रतिभागियों को नकद पुरस्कार प्रदान किया गया।
इसी श्रृंखला में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें जनपद व प्रदेश के विभिन्न कलाकारों द्वारा भावभीनी प्रस्तुतियों से वातावरण को राममय बनाया गया। इनमें से नव ज्योति नाट्य संस्था, संस्कृति एवं कला केंद्र लखनऊ, पंडित विजय चंद्र प्रयागराज, रंग विनायक रंग मंडल, अनुश्रुति संगीत महाविद्यालय, अंशिका त्यागी लखनऊ, मंगेशलता लखनऊ ने विशेष  प्रस्तुतियाँ दीं। कार्यक्रम में ‘राम कथा में भ्रातृ प्रेम‘ विषयक विचार गोष्ठी पर डॉ पूर्णिमा अनिल, डॉ सुनील मानव व डॉ कविता अरोरा द्वारा अपने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का विशेष आकर्षण अभिषेक पंडित आजमगढ़ द्वारा प्रस्तुत नाट्य प्रस्तुति रही।
कार्यक्रम के आयोजन में क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी बृजपाल सिंह, तथा जिला सूचना अधिकारी योगेन्द्र प्रताप सिंह ने प्रमुख भूमिका का निर्वाह किया। कार्यक्रम का संचालन प्रधानाचार्य राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज डॉ अवनीश यादव द्वारा किया गया।