सदर तहसील में तैनात एक लेखपाल पर 10 लाख रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगा. जिसे लेकर देर रात तहसील में हाई वोल्टेज ड्रामा चला| आरोप है कि खतौनी में नाम बढ़वाने के लिए लेखपाल ने रिश्वत मांगी थी| आज सुबह लेखपाल की कार को कैमरे सामने खोला गया तो उससे कैश बरामद हुआ|

उत्तर प्रदेश के आगरा में एक लेखपाल पर 10 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगा| लेखपाल जिले की सदर तहसील में तैनात है. खतौनी में नाम ठीक करवाने के लिए उसने रिश्वत मांगी थी| शिकायत के बाद जब अधिकारी मौके पर पहुंचे वो अपनी कार छोड़कर भाग खड़ा हुआ| इस दौरान काफी देर तक हाई वोल्टेज ड्रामा चला| आज सुबह जब कैमरे के सामने उसकी कार खोलकर चेक की गई तो बड़ी मात्रा में कैश बरामद हो गया|

पूरा मामला सदर तहसील का है, जहां आरोपी लेखपाल चौधरी भीम सेन पर उमेश राणा नाम के शख्स ने 10 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगाया| शिकायतकर्ता उमेश राणा के मुताबिक, ताजगंज इलाके के एक होटल में रिश्वत का लेनदेन हुआ| वो 10 लाख रुपये दे चुका है. रिश्वत की रकम एक कृषि भूमि पर तीन भाइयों के नाम दुरुस्तीकरण के लिए ली गई थी|

उमेश राणा ने बताया कि जमीन के दस्तावेजों में तीन भाइयों में से एक भाई का नाम गलत था| खरीददार जल्दी नाम को ठीक कराने के बोल रहा था| इस काम को जल्द कराने के एवज में लेखपाल द्वारा रिश्वत ली गई| लेखपाल के रिश्वत लेने के बाद से वह उसका पीछा कर रहा था|

बीते दिन होटल में रिश्वत की डीलिंग के बाद लेखपाल सदर तहसील में अपनी गाड़ी लेकर आया, जहां बवाल बढ़ने पर आरोपी लेखपाल अपनी गाड़ी तहसील में ही छोड़कर भाग गया| जिसके बाद अधिकारी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने गाड़ी को अपने कब्जे में ले लिया|

इस दौरान अधिकारियों ने लेखपाल के बेटे से गाड़ी खोलने के लिए कहा था लेकिन उसने इनकार कर दिया| कई घंटे तक गाड़ी को खोलने के लिए हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा| आरोपी लेखपाल के बेटे ने बाद में पुलिस को बताया की गाड़ी की चाबी खो गई है|

इस दौरान मौके पर एसडीएम सदर, सदर तहसीलदार सहित एसीपी लोहामड़ी फोर्स के साथ मौजूद थे| उन्होंने लेखपाल की कार को पुलिस के हवाले कर दिया और कैमरे की निगरानी में उसे खोलने की बात कही| आज सुबह जब कैमरे के सामने कार खोली गई तो उससे बड़ी मात्रा में कैश बरामद हो गया| दावा किया जा रहा है कि ये पैसे रिश्वत के है|

आरोपी लेखपाल पर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है| मामले में थाना शाहगंज पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुर कर दी है| एसडीएम सदर नवोदित शर्मा ने कहा कि भ्रष्टाचार का आरोप लगा है, जिस पर निष्पक्षता से जांच की जा रही है| प्रकरण की जांच कर कार्रवाही की जाएगी|