आला हजरत उर्स: अदनान मियाँ की सरपरस्ती में बीबी जी की मस्जिद में हुआ नातिया मुशायरा
देश के कोने-कोने से पहुँचे नातिया शायर और अक़ीदतमंद
आरएसी मुख्यालय बैतुर्रज़ा पर तीनों दिन लगातार होगा लंगर
आरएसी ने किया जुलूस-ए-परचम का ज़ोरदार इस्तक़बाल
उर्स के दूसरे दिन दरगाह पर पहुँचेंगी 104 मीटर की चादरें
बरेली, 21 सितंबर। उर्स-ए-आला हज़रत व अमीन-ए-शरीअत के पहले दिन इशा की नमाज़ के बाद ऑल इंडिया रज़ा एक्शन कमेटी (आरएसी) ने नातिया मुशायरे की नूरानी महफ़िल सजाई। इस मौक़े पर देश के कई इलाक़ों से आए शायरों ने अपने कलाम के ज़रिये अक़ीदतों के नज़राने पेश किए। महफ़िल की सरपरस्ती नबीरा-ए-आला हज़रत व आरएसी के नायब सदर मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी ने की। इसके अलावा बड़ी तादाद में आरएसी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने राह-ए-आला हज़रत पर जुलूस-ए-परचम का शानदार इस्तक़बाल किया।
नायब सदर मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी की सरपरस्ती में उर्स की सभी तक़रीबात बड़े ही शानदार अंदाज़ में हो रही हैं। सुबह से ही आरएसी मुख्यालय बैतुर्रज़ा पर अक़ीदतमंदों का तांता लग रहा है। ये तमाम अक़ीदतमंद नबीरा-ए-आला हज़रत से मुलाक़ात के बाद दरगाह आला हज़रत पर हाज़िरी दे रहे हैं। इनके लिए लगातार लंगर चलाया जा रहा है, जो उर्स के तीनों दिन जारी रहेगा। उर्स के पहले दिन बीबी जी की मस्जिद में इशा की नमाज़ के बाद हए मुशायरे से पहले मुफ्ती उमर रज़ा मुरादाबादी ने कलाम-ए-पाक की तिलावत की। इसके बाद हमदम फैज़ी, फ़हीम अख्तर, नईम अख्तर, गुलफ़ाम रजा हस्सानी, आलम बरकाती, मीर हसन, ग़ुलाम ग़ौस ग़ज़ाली, शादाब रज़ा, हाफ़िज़ अकरम हसन नूरी, मौलाना सद्दाम रज़ा, उस्मान रज़ा के साथ बहुत सारे शायरों ने नात व मनक़बत पेश की। मुशायरे का संचालन हाफ़िज़ इमरान बरकाती ने किया। रात 12 बजे तक चली इस शानदार नूरानी महफ़िल के बाद हुज़ूर अमीन-ए-शरीअत, हुज़ूर ताजुश्शरीआ और हज़रत अब्दुल हसीब नूरी व दीगर बुज़ुर्गों की फ़ातिहा हुई। आख़िर में नबीरा-ए-आला हज़रत मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी ने ख़ुसूसी दुआ फ़रमाई। युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अब्दुल्लाह रज़ा क़ादरी सलाम पेश किया। इस मौक़े पर इस मौके पर मुफ्ती उमर रज़ा,हाफिज इमरान रज़ा बरकाती,मौलाना कमरुज्जमा अब्दुल हलीम खान,ताज खान,रजब अली साजू,मुजाहिद रज़ा,मौलाना सद्दाम रज़ा,मौलाना आरिफ,नज़्म अली,मुफ्ती इमरान,साजिद रज़ा,आकिब रज़ा,रिज़वान रज़ा,सय्यद नासीर अली,मोहम्मद रियाज,मोहम्मद राशिद, शाहनवाज़ रज़ा,इश्तियाक हुसैन, अनवर रज़ा,रिज़वान रज़ा,काशिफ रज़ा,फारूक तहसीनी,फुरकान रज़ा,शोएब रज़ा, अमीक रज़ा,मोहम्मद ताहिर,हाफिज आरिफ,दानिश खान, इशाकत अल्वी,इस्लाम डायरेक्टर,यूसुफ रजा,राशिद रज़ा,सहित बड़ी संख्या उल्मा ए इकराम आर ए सी पदाधिकारी मौजूद रहे मौजूद रहे।
इस महफ़िल से पहले आरएसी की टीम ने फूलों की बारिश से राह-ए-आला हज़रत पर जुलूस-ए-परचम का इस्तक़बाल किया।
उर्स के दूसरे दिन यानि 22 सितंबर को दिनभर आरएसी की टीमें चादरों के जुलूस लेकर दरगाह आला हज़रत पहुंचेंगी। चूँकि इस बार आला हज़रत का 104वाँ उर्स मनाया जा रहा है, इसलिए कई चादरें 104 मीटर की होंगी। ये सभी जुलूस ख्वाजा कुतुब स्थित आरएसी मुख्यालय बैतुर्रज़ा होते हुए दरगाह आला हज़रत पहुँचेंगे।
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