उगाही के रुपयों के बंदरबाट को लेकर पुलिसकर्मियों में हुई कहासुनी का वीडियो वायरल, SSP ने पूरी चौकी को किया सस्पेंड
यूपी पुलिस बार बार योगी सरकार की किरकिरी कराने में लगी हुई है। अखंड भ्रष्टाचार में डूबी खाकी का चेहरा एक बार फिर से बेनकाब हुआ है। कानपुर में जहां पुलिसकर्मियों ने एक व्यापारी को अगवा करके रंगदारी की मांग की तो वही बरेली में पुलिसकर्मियों के पुलिस चौकी में रिश्वत के रुपयों को लेकर हो रही बातचीत के कई वीडियो वायरल होने पर खाकी फिर से दागदार हुई है। वही सोशल मीडिया पर बरेली पुलिस की जग हंसाई होने पर एसएसपी ने पुलिस चौकी में तैनात सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही कर दी है।
दरअसल किला थाना क्षेत्र की गढ़ी पुलिस चौकी के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें पुलिसकर्मी आपस में उगाही के रुपए के लेनदेन की बातचीत कर रहे हैं। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो में चौकी इंचार्ज रजनीश कुमार तिवारी उगाही के पैसों को लेकर अन्य पुलिसकर्मियों से बातचीत कर रहे है। वीडियो में बातचीत हो रही है को रिश्वत का पैसा कहा कहा जाता है। वीडियो में कई तरह की उगाही की बाते हो रही है। जब यही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए तो पूरे प्रकरण की जांच एसपी सिटी राहुल भाटी को दी गई। जांच रिपोर्ट आने के बाद एसएसपी अखिलेश चौरसिया ने चौकी इंचार्ज, एक दरोगा और एक सिपाही को निलंबित कर दिया है तो वही 14 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। सभी के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश किए गए है।
एसपी सिटी की जांच में पता चला की वायरल वीडियो किला थाना क्षेत्र स्थित गढ़ी पुलिस चौकी के ही हैं। वायरल वीडियो में बातचीत करने वाले चौकी में तैनात पुलिसकर्मी ही हैं। एसपी सिटी ने बताया की वायरल वीडियो में हो रही बातचीत से पता चलता है की गढ़ी पुलिस चौकी में तैनात पुलिसकर्मी भ्रष्टाचार में लिप्त है। जिस वजह से चौकी पर तैनात चौकी इंचार्ज रजनीश कुमार तिवारी, दरोगा रवि कुमार शर्मा और सिपाही उत्तम को निलंबित किया गया है। वही चौकी पर तैनात दरोगा अमन कुमार, दरोगा जयवीर सिंह राठी, हेड कांस्टेबल संजय कुमार, सिपाही नरेन्द्र प्रताप, मनीष कुमार, साकिब जमाल, मोहित कुमार, शिव कुमार, आशीष कुमार, जयदीप, गौरव त्रिपाठी, निशु, कोमल और सिपाही लवी त्यागी को लाइन हाजिर किया गया है। सभी पुलिसकर्मियों की विभागीय जांच भी करवाई जा रही है।