एसआरएमएस मेडिकल कालेज में साइबर क्राइम पर कार्यशाला, सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सार्वजनिक न करें प्राइवेसी
साइबर क्राइम से बचने के लिए रहें सावधान
जितना संभव हो आन लाइन दें ऐसे अपराधों की सूचना
बरेली, 13 सितंबर। एसआरएमएस मेडिकल कालेज में बुधवार को साइबर क्राइम पर कार्यशाला हुई। मेडिकल कालेज के आडिटोरियम में संपन्न कार्यशाला में मेडिकल, पैरामेडिकल और नर्सिंग के विद्यार्थियों को क्राइम पुलिस स्टेशन बरेली के इंचार्ज नीरज सिंह ने साइबर क्राइम के प्रति जागरूक किया।
![](https://swabhimaantv.com/wp-content/uploads/2023/09/IMG-20230913-WA0114.jpg)
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया क्राइम और फाइनेंशियल क्राइम इसी साइबर क्राइम में आते हैं। यह इंटरनेट और इलेक्ट्रानिक डिवाइस के जरिये होने वाला क्राइम है। ईमेल, व्हाट्सएप, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर साइबर अपराधी सबसे ज्यादा सक्रिय हैं। ये लाटरी, रोजगार, गिफ्ट, दोस्ती का प्रलोभन देकर एटीएम या नेटबैंकिंग का पासवर्ड हासिल कर ठगी करते हैं। ओटीपी या यूपीआई के जरिये भी बैंक से रकम उड़ा लेते हैं। कई तरह के मोबाइल एप के जरिये भी साइबर अपराधी आनलाइन ठगी को अंजाम देते हैं। इसमें कोई ओटीपी नहीं आता। ऐसे में बैंक से धनराशि निकलने की भी कोई जानकारी नहीं मिलती। इससे बचने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल बहुत सावधानी से करना चाहिए। अपना पासवर्ड, ओटीपी कभी किसी से साझा न करें। अनजान लिंक पर क्लिक न करें और ऐसी फर्जी कॉल से सावधान रहें। एप डाउनलोड करते समय ज्यादा सावधानी बरतें। खास कर लोन दिलाने वाले एप को कभी भी डाउनलोड न करें। डाउनलोड करते समय एप प्रोवाइडर को फुल एक्सेस कभी न दें।
![](https://swabhimaantv.com/wp-content/uploads/2023/09/IMG-20230913-WA0113.jpg)
प्राइवेसी को सार्वजनिक न करें। व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्ट्राग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी किसी की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें। अनजान लोगों के साइबर अपराधी होने की आशंका ज्यादा होती है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म के एकाउंट सेंटिंग में जाकर बदलाव करें और अपनी प्रोफाइल को पब्लिक के लिए ओपन न करें। नीरज ने सोशल नेटवर्क द्वारा गेम में जीतने, रीचार्ज कराने के बदले रिवार्ड्स का प्रलोभन के जरिये ठगी और यूपीआई से होने वाले क्राइम से बचने के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आजकल वाट्सएप पर वीडियो काल के जरिये भी ब्लैकमेलिंग के मामलों की संख्या बढ़ रही है। किसी भी वीडियो काल को एक्सेप्ट न करें। नीरज ने कहा कि आधार और पेन कार्ड के जरिये भी ठगी बढ़ रही है। किसी को भी आधार कार्ड न दें। जरूरी हो तो मास्क आधार कार्ड ही ही दें या आधार कार्ड को देते समय उसकी कापी पर देने की वजह जरूर लिखें।
![](https://swabhimaantv.com/wp-content/uploads/2023/09/IMG-20230913-WA0115.jpg)
नीरज ने युवाओं को खासकर लड़कियों को साइबर स्टॉकिंग से सावधान किया। कहा कि किसी को भी वीडियो और फोटो कभी शेयर न करें। फोटो या वीडियो को अश्लील साइट पर डालने पर इसकी शिकायत साइबर क्राइम थाने में जाकर या आन लाइन डीएमसीए डाट काम पर जरूर करें। फेक सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाने की शिकायत भी वाइलेशन आफ प्राइवेसी की वेबसाइट पर की जा सकती है। किसी भी तरह की ठगी होने या पैसे कटने पर इसकी शिकायत हेल्पलाइन नंबर 1930 करें या साइबर क्राइम डाट जीओवी डाट इन पर आनलाइन कंप्लेंट करें। 24 घंटे के अंदर शिकायत होने पर पैसा वापस आने की उम्मीद ज्यादा होती है। वर्कशाप में नीरज सिंह का स्वागत मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल एयरमार्शल (सेवानिवृत्त) डा.एमएस बुटोला ने किया। जबकि डीएसडब्ल्यू डा.क्रांति कुमार ने स्मृति चिह्न प्रदान किया। इस मौके पर पैरामेडिकल कालेज की प्रिंसिपल डा.जसप्रीत कौर और अन्य फैकेल्टी सदस्य मौजूद रहे।