पुलिस भर्ती परीक्षा में सेंध लगाने की कोशिश, 4 गिरफ्तार

बरेली, 17 फरवरी। प्रतियोगी परीक्षाओं में हर बार माफिया सेंध लगाने की कोशिश कर रहे है, इस बार भी माफियाओं ने पुलिस भर्ती परीक्षा में सेंध लगाने की कोशिश की लेकिन एसटीएफ ने उन्हें धर दबोचा। सीएम योगी की सख्ती का असर ये रहा की माफियाओं की धर पकड़ के लिए पुलिस, एसटीएफ और खुफिया विभाग की टीमें पूरी परीक्षा की निगरानी करती रही और फिर एसटीएफ ने बरेली में 4 सॉल्वर गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से पेपर सॉल्व कराने के उपकरण बरामद किए गए है।

एसटीएफ को सूचना मिली की पुलिस भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग सक्रिय है, जिसके बाद एसटीएफ ने भमोरा पुलिस के सहयोग से एक घर में छापा मारकर 4 लोगो को गिरफ्तार किया। इन लोगो ने अभ्यर्थियों को भरोसा दिया था की वो पेपर सॉल्व करवा देंगे और उसके बदले मोटी रकम तय की गई थी।

एसटीएफ ने जब चारो से पूछताछ की तो पता चला की 3 सदस्य अलीगढ़ के और एक बदायू जनपद का है। पुलिस ने अलीगढ़ के पंकज शर्मा पुत्र चंद्रपाल शर्मा, शिवम चौधरी पुत्र योगेश चौधरी, सतवीर सिंह पुत्र बदन सिंह और बदायू के गौरव शर्मा पुत्र भूराज शर्मा को गिरफ्तार किया है।

गैंग सरगना पंकज शर्मा ने पूछताछ में बताया कि पहले उसकी योजना ऑनलाइन परीक्षा में धांधली करने की थी, इसी लिए इसने ऑनलाइन परीक्षा का पूरा सेट-अप तैयार किया था लेकिन जब परीक्षा ऑफ लाइन हो गई तो वह पेपर आउट कराने, परीक्षा पास कराने के नाम पर ठगी करने लगा। शिवम व गौरव का काम अभ्यर्थियों पैसे की बात करना था। इस एवज में प्रत्येक अभ्यर्थी से 10 लाख की बात तय करके 10 हजार रुपए एडवान्स ले लेते थे। बरामद डिवायस के बारे में बताया कि यह डिवायस जूते में छुपा कर ले जाते और परीक्षा केन्द्र के बाहर से बताकर ब्लू-टुथ के माध्यम से पेपर साल्व कराते परन्तु परीक्षा केन्द्रों में जेमर होने के कारण इसका उपयोग नही हो सकता था। इस बीच यह पेपर लीक कराने के लिए कोशिश में थे लेकिन उससे पहले ही धर दबोचे गये। गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना भमौरा में अभियोग पंजीकृत कर जेल भेजा जा रहा है।

साल्वर गैंग के सदस्यों के कब्जे से 12 ब्लूटूथ, सात डिवाइस, छह सिम कार्ड, चार फर्जी मोहर, सात मोबाइल फोन, छह बैट्री सेल, अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र, बैंक की चेकबुक, पासबुक, एटीएम, चार हजार कैश, अन्य कूटरचित कागजात, सात मोबाइल और स्विफ्ट डिजायर गाड़ी बरामद की है।

वही पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान अव्यवस्थाएं देखने को भी मिली। कई अभ्यर्थी समय से पहुंचे लेकिन वो पेपर नही दे सके। बरेली की रहने वाली पूजा बौद्ध एम ए बीएड है और उनके पास ये आखिरी मौका था लेकिन जब वो एग्जाम देने पहुंची तो पता चला कि उनके पास जो एडमिट कार्ड है वो सही नही है और वो वहां पर रोने बिलखने लगी लेकिन उन्हें पेपर नही देने दिया गया। इसी तरह आरती के साथ भी हुआ।

By Anup