पूर्व सांसद ऐरन ने संतोष गंगवार के लिए बोल दी बड़ी बात, मोदी और अमित शाह को भी दे डाली चुनौती, देखे वीडियो

 

बरेली, 21 फरवरी। पूर्व सांसद, मंत्री और समाजवादी पार्टी से बरेली लोकसभा के प्रत्याशी प्रवीण सिंह ऐरन ने बरेली के भारतीय जनता पार्टी के सांसद संतोष गंगवार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि आठ बार के सांसद संतोष गंगवार नकारा सांसद है। उन्होंने बरेली के लिए कुछ भी नहीं किया है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि बेरोजगारी में उत्तर प्रदेश में बरेली का ग्राफ सबसे ऊपर है। हमारे नौजवान बड़ी संख्या में बेरोजगार है और इसके लिए सांसद संतोष गंगवार और मोदी सरकार जिम्मेदार है। वहीं उन्होंने एक बार फिर से ईवीएम को कटघरे में खड़ा करते हुए वैलेट पेपर से चुनाव कराने के लिए कहा है। साथ ही उन्होंने मोदी और अमित शाह को चुनौती भी दी है कि अगर वैलेट पेपर से चुनाव हो जाए तो सरकार इंडिया गठबंधन की बनेगी।

समाजवादी पार्टी ने बरेली लोकसभा से प्रवीण सिंह ऐरन को उम्मीदवार बनाया है। वहीं प्रवीण सिंह ऐरन ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बरेली के आठ बार के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा संतोष गंगवार 8 बार से सांसद है। लेकिन उन्होंने बरेली के लिए कुछ भी नही किया। उन्होंने संतोष गंगवार को नकारा सांसद तक कह डाला। उन्होंने कहा कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ेगी। गठबंधन प्रत्यासी प्रवीण सिंह ऐरन ने कहा की बरेली में कोई भी विकास का काम नही हुआ है। बरेली बेरोजगारी में उत्तर प्रदेश में बरेली का ग्राफ सबसे ऊपर है यहां बड़ी संख्या में युवा बेरोजगार है और इसके लिए सांसद संतोष गंगवार और मोदी सरकार जिम्मेदार है।

उन्होंने कहा कि मैं आभार व्यक्त करना चाहूंगा अखिलेश यादव जी का, पार्टी के नेतृत्व का और संपूर्ण इंडिया गठबंधन के नेताओं का, जिनकी सद्भावनाएं जिन्होंने उत्तर प्रदेश का विशेष रूप से एक तरह से उत्तर भारत की कमान राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के हाथ में दी है। हम सब जानते हैं कि प्रधानमंत्री बनने में उत्तर प्रदेश का नेतृत्व सबसे ज्यादा होता है। प्रधानमंत्री बनने में एक महत्वपूर्ण भूमिका उत्तर प्रदेश की होती है। वहां के निर्णय राष्ट्रीय अध्यक्ष के ऊपर डाले गए उनकी योग्यता को देखते हुए और उनको विस्तृत अनुभव भी है मुख्यमंत्री के नाते, नेता विपक्ष के नाते उनको दिया गया है।

उन्होंने कहा कि अब गठबंधन फाइनल हो गया है और ये चुनाव इंडिया गठबंधन के हिसाब से होगा। जो बरेली का चुनाव है इसमें अगर संतोष जी चुनाव में आते हैं तो यह चुनाव निश्चित रूप से बहुत ही रोचक चुनाव होगा। बस चुनाव निष्पक्ष होना चाहिए। चुनाव बैलेट पेपर से होना चाहिए और जनता भी यही चाहती है की चुनाव बैलेट पेपर से हो क्योंकि ईवीएम से बेईमानी होती है। महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों से ध्यान हटाकर धार्मिक भावनाओं की ओर ध्यान ले जाकर चुनाव लड़ा जा रहा है। लेकिन काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ेगी। इस बार भारी मतों से जीत होगी। मैं चाहूंगा न्याय यात्रा बरेली तक आए और राहुल गांधी जी उसमे आए।

मोदी जी के 370 सीटे जीतने के दावे पर कहा कि मैं मोदी और अमित शाह को चुनौती दे रहा हु। मैं मोदी और अमित शाह से भी सीनियर हू, मैं चुनौती देता हू कि चुनाव बैलेट पेपर से करवाया जाए तो जीत इंडिया गठबंधन की ही होगी।

1. 1989-91 सदस्य, उत्तर प्रदेश विधान सभा, बरेली छावनी जनता दल से

2. 1993-95 सदस्य, उत्तर प्रदेश विधान सभा (दूसरा कार्यकाल) बरेली छावनी समाजवादी पार्टी से

3. राज्य मंत्री, विज्ञान एवं सूचना प्रौद्योगिकी, उत्तर प्रदेश सरकार

4. 1995 से उत्तर प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री

5. 2009 में बरेली से 15वीं लोकसभा के लिए चुने गए

6. 2014 में बरेली (कांग्रेस) से 16वीं लोकसभा का चुनाव लड़ा।

7. 2019 में बरेली (कांग्रेस) से 17वीं लोकसभा का चुनाव लड़ा।

8. 2024 18वीं लोकसभा का चुनाव बरेली (सपा) से लड़ना।

दिल्ली उच्च न्यायालय और भारत के सर्वोच्च न्यायालय सहित विभिन्न उच्च न्यायालयों में अधिवक्ता है।

जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय युवा केंद्र (मुख्य संरक्षक के रूप में स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी के संरक्षण में गठित एक सामाजिक संगठन) और इसके प्रमुख मुख्यालय के साथ सक्रिय रूप से जुड़े रहे हैं। महासचिव के पद से शुरुआत करके 1979-2002 के बीच बरेली जिले के यूपी प्रदेश महासचिव, अखिल भारतीय संगठन सचिव और अखिल भारतीय महासचिव के पद तक पहुंचे। छात्र राजनीति में रहे, कई छात्र संघ चुनाव जीते थे। एनएसयूआई के बरेली शहर जिला महासचिव (1977) और उसके बाद 1979 तक बरेली शहर युवा कांग्रेस के महासचिव रहे।

By Anup