चुनावी संबंधी डेटा एनालिसिस करने वाली एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और एसोसिएशन नेशनल इलेक्शव वॉच (NEW) ने देश के सांसदों को लेकर एक ताजा रिपोर्ट जारी की है| इस रिपोर्ट में ADR ने बताया कि 763 मौजूदा सांसदों में से 306 (40 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है|
देश के करीब 40 प्रतिशत मौजूदा सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं, इनमें से 25 प्रतिशत पर गंभीर धाराओं में मुकदमा चल रहा है| ये सांसद हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध में आरोपी हैं| वहीं, दोनों सदनों के सदस्यों में केरल के 29 सांसदों में से 23 (79 प्रतिशत) सांसद दागी हैं| यह दावा चुनावी संबंधी डेटा एनालिसिस करने वाली एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और एसोसिएशन नेशनल इलेक्शव वॉच (NEW) की ताजा रिपोर्ट में किया गया है|
ADR का कहना है कि देशभर में लोकसभा और राज्यसभा की 776 सीटों में से 763 मौजूदा सांसदों के एफिडेविट का एनालिसिस करके जानकारी निकाली गई है| रिपोर्ट में बताया गया कि यह डेटा सांसदों की तरफ से अपने पिछले चुनाव और उसके बाद के उप-चुनाव लड़ने से पहले दायर किए गए हलफनामों से निकाला गया है| लोकसभा की चार सीटें और राज्यसभा की एक सीट खाली है|जबकि जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा की चार सीटें खाली हैं| वहां विधानसभा का गठन नहीं होने के चलते रिक्ति बनी हुई है|
वहीं, दस्तावेज उपलब्ध नहीं होने से एक लोकसभा सांसद और तीन राज्यसभा सांसदों के हलफनामों का एनालिसिस नहीं किया जा सका| एनालिलिस किए गए 763 मौजूदा सांसदो में से 306 (40 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है| जबकि 194 (25 प्रतिशत) मौजूदा सांसदों ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जिनमें हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण और महिलाओं से संबंधित केस शामिल हैं|
बिहार में 73 प्रतिशत सांसद दागी
वहीं, केरल में सबसे ज्यादा सांसद आपराधिक केसों में आरोपी पाए गए हैं. दोनों सदनों के सदस्यों में केरल के 29 सांसदों में से 23 (79 प्रतिशत) पर केस दर्ज हैं| बिहार के 56 सांसदों में से 41 (73 प्रतिशत), महाराष्ट्र के 65 सांसदों में से 37 (57 प्रतिशत), 13 (54 प्रतिशत),तेलंगाना के 24 सांसदों में से 5 (50 प्रतिशत) और दिल्ली के 10 सांसदों में से 5 (50 प्रतिशत) ने शपथ पत्रों में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं|
यूपी में 34 प्रतिशत सांसदों पर गंभीर अपराध
इसी तरह, गंभीर अपराध के मामले में बिहार के सांसद सबसे आगे हैं| बिहार के 56 सांसदों में से 28 (50 प्रतिशत),तेलंगाना के 24 सांसदों में से 9 (38 प्रतिशत), केरल के 29 सांसदों में से 10 (34 प्रतिशत), महाराष्ट्र के 65 सांसदों में से 22 (34 प्रतिशत) और उत्तर प्रदेश से 108 सांसदों में से 37 (34 प्रतिशत) ने अपने शपथ पत्रों में गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं|
कांग्रेस के 53 फीसदी सांसदों पर केस
बीजेपी के 385 सांसदों में से करीब 139 (36 फीसदी), कांग्रेस के 81 सांसदों में से 43 (53 फीसदी), टीएमसी के 36 सांसदों में से 14 (39 फीसदी), राजद के 6 सांसदों में से 5 (83 फीसदी), सीपीआई के 8 सांसदों में से 6 (75 प्रतिशत), आम आदमी पार्टी के 11 सांसदों में से 3 (27 प्रतिशत), वाईएसआरसीपी के 31 सांसदों में से 13 (42 प्रतिशत) और एनसीपी के 8 में से 3 (38 प्रतिशत) सांसदों ने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है|
राजद के 50 फीसदी सांसदों पर गंभीर अपराध
बीजेपी के 385 में से करीब 98 (25 फीसदी), कांग्रेस के 81 में से 26 (32 फीसदी), टीएमसी के 36 में से 7 (19फीसदी), राजद के 6 में से 3 (50 फीसदी), सीपीआई (एम) के 8 सांसदों में से 2 (25 प्रतिशत), AAP के 11 सांसदों में से 1 (9 प्रतिशत), वाईएसआरसीपी के 31 सांसदों में से 11 (35 प्रतिशत) और एनसीपी के 8 में से 2 (25 प्रतिशत) सांसदों ने अपने हलफनामे में गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा की है|
21 सांसदों पर महिलाओं के खिलाफ अत्याचार का अपराध
11 मौजूदा सांसदों ने हत्या (भारतीय दंड संहिता की धारा 302) से संबंधित मामलों की घोषणा की है| 32 मौजूदा सांसदों ने हत्या के प्रयास (आईपीसी धारा-307) के मामलों की घोषणा की है| जबकि 21 मौजूदा सांसदों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामलों की की घोषणा की है| इन 21 सांसदों में से चार सांसदों ने रेप (आईपीसी की धारा 376) से संबंधित मामलों की घोषणा की है|
तेलंगाना में सबसे अमीर सांसद
एनडीआर ने यह भी बताया कि लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों के पास औसतन 38.33 करोड़ रुपये की संपत्ति है |जबकि 53 (सात प्रतिशत) सांसद अरबपति हैं|यह कुल सांसदों का सात प्रतिशत है. इसमें तेलंगाना के सांसद सबसे अमीर हैं|तेलंगाना के 24 सांसदों की औसतन संपत्ति 262.26 करोड़ रुपये है| उसके बाद आंध्र प्रदेश 36 सांसदों की औसत संपत्ति 150.76 करोड़ रुपये है| पंजाब के 20 सांसदों की औसत संपत्ति 88.94 करोड़ों रुपये है|
सबसे कम औसत संपत्ति लक्षद्वीप के सांसद की
सांसदों की सबसे कम औसत संपत्ति वाला राज्य लक्षद्वीप (1 सांसद) है. वहां औसत संपत्ति 9.38 लाख रुपये है| उसके बाद त्रिपुरा के 3 सांसदों की औसत संपत्ति संपत्ति 1.09 करोड़ रुपये है. मणिपुर के 3 सांसदों की औसत संपत्ति 1.12 करोड़ रुपये है|
बीजेपी के सांसदों की औसत संपत्ति 18.31 करोड़ रुपये
संपत्ति को लेकर प्रमुख दलों के सांसदों का भी एनालिसिस किया गया| भाजपा के 385 सांसदों की औसत संपत्ति 18.31 करोड़ रुपये है. कांग्रेस के 81 सांसदों की औसत संपत्ति 39.12 करोड़ रुपये है| टीएमसी के 36 सांसदों की औसत संपत्ति 8.72 करोड़ रुपये है| वाईएसआरसीपी के 31 सांसदों की औसत संपत्ति 153.76 करोड़ रुपये है. टीआरएस के 16 सांसदों की औसत संपत्ति 383.51 करोड़ रुपये है|एनसीपी के 8 सांसदों की औसत संपत्ति 30.11 करोड़ रुपये है. आप के 11 सांसदों की औसत संपत्ति 119.84 करोड़ है|
इन राज्यों में अरबपति सांसद
53 सांसद अरबपति पाए गए हैं. इनमें तेलंगाना के 24 सांसदों में से 7 (29 प्रतिशत), आंध्र प्रदेश के 36 सांसदों में से 9 (25 प्रतिशत), दिल्ली के 10 सांसदों में से 2 (20 प्रतिशत), पंजाब के 20 में से 4 (20 प्रतिशत), उत्तराखंड के 8 सांसदों में से 1 (13 प्रतिशत), महाराष्ट्र के 65 सांसदों में से 6 (9 प्रतिशत), कर्नाटक के 39 सांसदों में से 3 (8 प्रतिशत) ने 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति की घोषणा की है|
बीजेपी के 4 फीसदी सांसद अरबपति
बीजेपी के 385 सांसदों में से करीब 14 (4 फीसदी), कांग्रेस के 81 सांसदों में से 6 (7 फीसदी), टीआरएस के 16 सांसदों में से 7 (44 फीसदी), वाईएसआरसीपी के 31 सांसदों में से 7 (23 फीसदी), आप के 11 सांसदों में से 3 (27 प्रतिशत), SAD के 2 सांसदों में से 2 (100 प्रतिशत) और AITC के 36 सांसदों में से 1 (3 प्रतिशत) ने 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है| 763 मौजूदा सांसदों की कुल संपत्ति 29,251 करोड़ रुपये है|
बीजेपी सांसदों के पास 7051 करोड़ की संपत्ति
एनालिसिस किए गए 385 भाजपा सांसदों की कुल संपत्ति 7,051 करोड़ रुपये है| टीआरएस के 16 सांसदों की 6,136 करोड़ रुपये, वाईएसआरसीपी के 31 सांसदों की 4,766 करोड़ रुपये, कांग्रेस के 81 सांसदों की 3,169 करोड़ रुपये और आप के 11 सांसदों के पास 1,318 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति है|