कोटा में ताजातरीन चर्चा पंडित धीरेंद्र शास्त्री के कोटा आने को लेकर है| बच्चों की आत्महत्या को लेकर बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने भी चिंता जताई है और उन्होने अब कोटा आने की बात कही है|
बीते नौ माह में कोटा में कोचिंग छात्रों के आत्महत्या के मामले बढ़कर 27 हो गए है| इन दर्दनाक घटनाओं को रोकने के लिए सरकार और प्रशासन अपने अथक प्रयास कर रहा है| लेकिन, उनके प्रयास नाकाम साबित हो रहे हैं और लगातार कोटा में बच्चे खुदकुशी का रास्ता अपना रहे है| इन घटनाओं पर देशभर से प्रतिक्रियाएं आ रही है| इसी कड़ी में ताजातरीन चर्चा पंडित धीरेंद्र शास्त्री के कोटा आने को लेकर है| बच्चों की आत्महत्या को लेकर बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने भी चिंता जताई है और उन्होने अब कोटा आने की बात कही है|
फिलहाल अब ये चर्चा हो रही है कि बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के कोटा आने की बात के क्या मायने है| क्या धीरेंद्र शास्त्री के आने के बाद सुसाइड के मामलों में कमी देखने को मिलेगी या सुसाइड के मामले पर पूरी तरह रोक लग पाएगी| यह तो वक्त बताएगा लेकिन पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के उस बयान को लेकर ज्यादा चर्चाएं है| जिसमें उन्होंने कोटा में बच्चों के लगातार आत्महत्या के मामले पर ज्यादातर को अपना कारोबार करने की बात की|
धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि मैं कुछ दिन पहले अन्नपूर्णा नगरी कोटा गया था और जब मै चीलगाड़ी से उड़ा तब कोटा के ऊपर होकर उड़कर गया था और वापस भी कोटा के ऊपर हो गई उड़कर आया हूं| कोटा में पढ़ने वाले बच्चे लगातार आत्महत्या कर रहे है| ऐसे जानकारी हमारे सामने आयी है इसलिए मैं जल्द कोटा आने की कोशिश करूंगा|
इससे पहले भी कोटा छात्रों को दे चुके हैं सीख
राजस्थान के कोटा में पहले भी बागेश्वर धाम सरकार के पंडित धीरेंद्र शास्त्री आ चुके है| हालांकि यहां उनका कोचिंग छात्रों के साथ कोई संवाद नहीं हुआ था. उन्होंने कोटा के कोचिंग के स्टूडेंट्स को संदेश दिया था कि सफलता से भ्रमित मत होना| उन्होंने कहा था कि सफलता से भ्रमित मत होना| उन्होंने कहा था कि बच्चों से मेरी प्रार्थना है| असफलता सफलता का नया मार्ग देती है इसलिए स्ट्रेस ना ले| असफलता से भ्रमित होकर कोई गलत कदम ना उठाएं| उन्होंने स्वयं का उदाहरण देते हुए कहा कि हमने भी अपनी जिंदगी में असफलताएं देखी है| तनाव दूर करने के लिए सुबह जल्दी उठे है| आप भी भ्रामरी योग करें इससे याददाश्त भी बढ़ती है|