लैंसेट डायबिटीज और एंडो-क्रिनोलॉजी जर्नल में एक रिव्यू पब्लिश हुआ है जिसमें बताया गया है कि तेज चलने से टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम कम हो सकता है|डायबिटीज लंबे समय तक चलने वाली स्वास्थ्य स्थिति है जो इस बात को प्रभावित करती है कि आपका शरीर भोजन को ऊर्जा में कैसे बदलता है| डायबिटीज 2 प्रकार की होती है टाइप 1 और टाइप 2| इनमें से अधिकतर लोगों को टाइप 2 डायबिटीज की शिकायत होती है| टाइप 2 डायबिटीज में शरीर इंसुलिन (इंसुलिन प्रतिरोध) का ठीक से उपयोग नहीं कर पाता है और ब्लड शुगर सामान्य से अधिक हो जाती है|
आपका शरीर आपके द्वारा खाए गए अधिकांश भोजन को चीनी (ग्लूकोज) में तोड़ देता है और इसे आपके ब्लडस्ट्रीम में छोड़ देता है| जब आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है तो यह आपके अग्न्याशय को इंसुलिन जारी करने का संकेत देता है| इंसुलिन आपके शरीर की कोशिकाओं में ब्लड शुगर को एनर्जी के रूप में उपयोग कर लेता है|
अगर किसी को डायबिटीज है तो उसका शरीर पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बनाता या उसका उपयोग अच्छी तरह से नहीं कर पाता जितना करना चाहिए| जब पर्याप्त इंसुलिन नहीं होता या कोशिकाएं इंसुलिन पर प्रतिक्रिया करना बंद कर देती हैं तो आपके ब्लडस्ट्रीम में काफी अधिक शुगर रह जाती है जो समय के साथ हृदय रोग, आंखों की समस्या और किडनी की बीमारी जैसी गंभीर समस्याएं पैदा कर सकती है|
हाल ही में लैंसेट डायबिटीज और एंडो-क्रिनोलॉजी जर्नल में एक रिव्यू पब्लिश हुआ है जिसमें बताया गया है कि तेज चलने से टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम कम हो हो सकता है|
इंपीरियल कॉलेज लंदन के रिसर्चर्स ने पिछले 11 साल में हुई 10 रिसर्च को देखा और उस पर डायबिटीज यूके के वरिष्ठ सलाहकार, नील गिब्सन ने कहा, ‘एक्टिविटी बढ़ाने जैसे कि तेज चलने से अधिक फायदा मिलता है| हम यह पुष्टि करने के लिए आगे की रिसर्च कर रहे हैं कि कितनी गति से चलने पर टाइप 2 डायबिटीज के विकास जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है|
ईरान में सेमनान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज के राइटर डॉ. अहमद जयदी ने कहा, ‘ज्यादा समय तक चलने से तो फायदा होता ही है लेकिन लोगों को तेज चलने पर भी ध्यान देना चाहिए, ताकि और अधिक फायदा मिल सके|