बजरंगी भाईजान ने बिहार की नेहा को अपनो से मिलवाया

बिहार की नेहा को मिला अपना परिवार, बरेली के बजरंगी भाईजान को नेशनल हाइवे (एनएच 24) पर भटकती मिली थी नेहा

अब तक 200 से ज्यादा मानसिक विक्षिप्त लोगो को मनोवैज्ञानिक शैलेश कुमार शर्मा मिलवा चुके है अपनो से

देश के कोने कोने से लेकर नेपाल तक के लोगो को मिलवा चुके है अपनो से

बरेली, 8 जुलाई। बजरंगी भाईजान मूवी तो आपको याद ही होगी, किस तरह पाकिस्तान की एक मासूम बच्ची जो बोल भी नहीं सकती थी उसे उसके परिवार वालो ने मिलवाने के लिए सलमान खान जो मूवी में बजरंगी भाईजान बने थे ने उस बच्ची को उसके परिवार से मिलवाया था। ये महज एक फिल्म की स्टोरी थी। लेकिन रियल लाइफ में भी बजरंगी भाईजान है, जो दिन रात ऐसे लोगो को सेवा में लगे रहते है। आइए आज हम आपको ऐसे ही एक अनमोल नगीने, बरेली के रत्न जिन्हे लोग रियल लाइफ का बजरंगी भाई जान कहते है उनसे मिलवाते है।

शैलेश कुमार शर्मा एक ऐसा नाम जिन्होंने अपना सबकुछ ऐसे लोगो की सेवा में न्योछावर कर दिया है जो समाज से बिल्कुल अलग थलग पड़े रहते है। समाज के लोग जिन्हे अलग अलग  नामों से बुलाते है कोई उन्हे पागल कहता है तो कोई मंद बुद्धि तो कोई मानसिक रोगी। ये वो लोग है जो अपने बारे में कुछ नही जानते, जो अपनी सुध बुध खो बैठते है। ऐसे लोग भटकते हुए, दुनियाभर के ताने सुनते हुए और लोगो की मजाक का पात्र बनते हुए जब बरेली पहुंचते है तो बरेली के बजरंगी भाईजान उसकी लंबे समय तक काउंसलिंग करते है। उन्हे प्यार दुलार करते है और धीरे धीरे ही सही ऐसे लोग जब इस लायक हों जाते है की वो अपना नाम और पता बताने की स्थिति में होते है। तब शैलेश शर्मा उसके बताए पते पर बड़ी कठिनाइयों से पहुंचते है।

शैलेश शर्मा बताते है कि पता बताने के बाद भी बहुत सारी दिक्कत होती है। जैसे किसी ने अपना पता खाली बिहार या नेपाल बता दिया उसी बाद उसके बाद उसके परिवार को ढूढना काफी कठिन काम होता है। शैलेश पुलिस की मदद से ऐसे लोगो का पता ढूंढ निकालते है और फिर ऐसे लोगो को उनके परिवार से मिलवाते है।

शैलेश शर्मा ने आज बिहार की नेहा को अपने परिवार से मिलने में सफलता हासिल की है। 4 जुलाई 2023 को इंवर्टिस यूनिवर्सिटी के पास नेहा नेशनल हाईवे 24 पर देर शाम भटक रही थी तो वहां से मनोसमर्पण संस्था के अध्यक्ष और मनोवैज्ञानिक शैलेश शर्मा गुजर रहे थे।महिला को अकेला हाइवे पर भटकता देख उन्होंने 112 पर कॉल की और महिला का बिथरी चैनपुर पुलिस थाना की मदद से रेस्क्यू किया।

मनोवैज्ञानिक शैलेश शर्मा ने महिला की काउंसलिंग की, काउंसलिंग के दौरान महिला ने बताया कि वह रास्ता भटक गई है और अपने घर जाना चाहती है। महिला के बताए अनुसार शैलेश शर्मा ने पुलिस थाना पहाड़पुर, जिला पश्चिम चंपारण से सम्पर्क स्थापित किया और नेहा के बारे में पूरी जानकारी दी। चूंकि महिला को संरक्षण की अत्यंत आवश्यकता थी इसलिए उसकी देखभाल हेतु उपजिला मजिस्ट्रेट, सदर, बरेली के आदेश से उसे मानसिक मंदित आश्रय गृह एवं प्रशिक्षण केंद्र (ममता आश्रय गृह), बरेली में पुलिस अभिरक्षा से दाखिल कर दिया। जिसके बाद पुलिस थाना पहाड़पुर के मदद से नेहा के परिजनों का पता चला तो उसके पिता नेहा को लेने बरेली आए।

नेहा के पिता सुरेश राय ने बताया कि उन्होंने अपनी नेहा की शादी गांव- मधकरा, पुलिस थाना- सिरौली, जिला- बरेली के रहने वाले कुँवरपाल से की थी। लेकिन नेहा कैसे और कब रास्ता भटक गई उनको जानकारी नही है, जब ख़बर सुनी तो वह अपनी बेटी को लेने आ गए। ममता आश्रय गृह के प्रभारी नवीन जौहरी ने समस्त औपचारिकताएँ पूर्ण कर नेहा को उसके पिता के सुपुर्द कर दिया।

गौरतलब है कि मनोसमर्पण संस्था सड़कों पर भटकने वाले लावारिस/ निराश्रित/ मानसिक विक्षिप्त लोगों के समुचित रहन सहन, खानपान, उपचार व पुर्नवास हेतु कार्य करती है। शैलेश शर्मा ने कहा कि समाज के हर वर्ग को सड़कों पर भटकने वाले इन मानसिक विक्षिप्त, लावारिस, बेसहारा लोगों के हितार्थ हरसम्भव मदद करनी चाहिए।

वही शैलेश शर्मा ने ऐसे लोगो की सेवा के लिए मनोसमर्पण पुनर्वास केंद्र गांव रजऊ परसपुर, निकट इंवर्टिस यूनिवर्सिटी, शाहजहांपुर रोड, बरेली पर बनवाया है। इस पुनर्वास केंद्र में अभी बहुत सारे निर्माण कार्य होने को रह गए है जो रूपयो की अभाव में रुक गया है। इसलिए आप लोग शैलेश शर्मा को आर्थिक मदद कर सकते है। स्वाभिमान टीवी शैलेश शर्मा का मोबाइल नंबर आपको दे रहा है जिस पर आप लोग उनसे संपर्क कर सकते है। शैलेश शर्मा का मोबाइल नंबर +919557779368 है।

By Anup