स्वाभिमान टीवी, बरेली। भारतीय जनसंघ के संस्थापक और प्रमुख शिक्षाविद रहे डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती बरेली में मनाई गई। जिसमें प्रदेश के दो मंत्री शामिल हुए। कार्यक्रम में बलिदान दिवस का बैनर लगाया गया। ऐसे में बरेली भाजपा महानगर ने बड़ी चूक कर दी। प्रदेश सरकार में कृषि मंत्री डा. सूर्य प्रताप शाही औरवन राज्य मंत्री अरुण कुमार की मौजूदगी में भाजपा नेताओं ने डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती को बलिदान दिवस के रूप में बना डाला। सोशल मीडिया पर इसके फोटो वायरल हो रही हैं।
भाजपा महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना के नेतृत्व वाली टीम ने पार्टी के सिविल लाइंस स्थित कार्यालय पर शनिवार सुबह 11 बजे संगोष्ठी का आयोजन किया था। संगोष्ठी में डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर कार्यक्रम होना था। दीप प्रज्वलन के बाद प्रदेश के कृषि मंत्री और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ने जनसंघ के संस्थापक के जीवन पर प्रकाश डाला। प्रदेश और केंद्र सरकार की उपलब्धियों के बारे में भी बताया। भाजपा ने कार्यक्रम स्थल पर एक बैनर लगाया था। उस पर स्पष्ट तौर पर लिखा कि डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में संगोष्ठी का आयोजन किया गया है।
भाजपा के सिविल लाइंस स्थित कार्यालय पर जब संगोष्ठी का आयोजन हुआ। उस वक्त हाल में दर्जनों कार्यकर्ता थे। मंच पर कृषि मंत्री डा. सूर्य प्रताप शाही के साथ वन एवं पर्यावरण मंत्री डा. अरुण कुमार, कैंट विधायक संजीव अग्रवाल, सांसद छत्रपाल गंगवार, एमएलसी महाराज सिंह, भाजपा महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना, राम गोपाल मिश्रा, पूरन लाल लोधी, डा. विनोद पागरानी उपस्थित थे। भाजपा महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना ने बताया कि पार्टी डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस का पखवाड़ा मना रही है।
शनिवार को उनकी जयंती मनाई गई। उनके आदर्शों पर चलने के लिये प्रेरित किया गया।
महानगर भाजपा अध्यक्ष अधीर सक्सेना का कहना है कि ग्रामेटिक मिस्टेक (व्याकरणीय चूक) की वजह से जयंती दिवस के स्थान पर बलिदान दिवस प्रिंट हो गया। चूक के लिए क्षमा।