आईसीएआई के सेमिनार शामिल हुए सीए, उद्योगपति और छात्र, राष्ट्र निर्माण में CA की अहम भूमिका
– इनकम टैक्स और जीएसटी में शुरू हुआ ए आई का इस्तेमाल
– बगैर किसी सीए की मदद के उद्योग का सफल होना असंभव: घनश्याम खण्डेलवाल
– सीए और व्यापार एक ही गाड़ी के दो पहिये हैं: दिनेश गोयल
– सीए की भूमिका को सर्जरी जैसी, जो किसी भी व्यापार और उद्योग को नया जीवन दे सकता है: डॉ केशव कुमार
बरेली, 26 दिसंबर। किसी भी उद्योग को चलाने के लिए जिस तरह से अन्य संशाधनो की जरूरत होती है, वैसे ही बिना सीए के कोई भी उद्योग आगे नहीं बढ़ सकता। सीए उस उद्योग में इंजन का काम करता है। यही वजह है भारत के CA का डंका पूरे विश्व में बजता है। सीए ने राष्ट्र निर्माण में भी बड़ा योगदान दिया है। आज भारत की प्रणाली पूरे विश्व में अपनाई जा रही है। कैसे विश्व स्तर पर व्यापार को पंख लगाए जाए इसी को लेकर बरेली के एग्जीक्यूटिव क्लब में सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमे 500 से अधिक सीए, उद्योगपति और छात्र शामिल हुए।
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंटस ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट सीए अनिकेत सुनील तलाटी ने कहा कि भारतीय सीए वैश्विक स्तर पर भूमिका निभाने के लिए हर तरह से तैयार हैं। वह आज आई सी ए आई बरेली ब्रांच द्वारा Bussiness Beyound Borders विषय पर आयोजित सेमिनार में मंडल के सेंकड़ों सीए और छात्रों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि हम अपनी स्थापना के 75 वर्ष पूरे कर चुके हैं। इन सालों में हमने राष्ट्र निर्माण में अपना पूरा योगदान दिया है। अभी हमने तिरंगे को समाहित कर सीए का नया लोगो जारी किया है और सीए इंडिया को एक नयी पहचान दी है। आज सदस्यों और छात्रों की संख्या को जोड़कर हम विश्व की नंबर एक लेखा संस्थान हैं। हमारा संस्थान लेखा और ऑडिट मानकों को तैयार करने के साथ-साथ शिक्षा अनुसंधान और अपने सदस्यों का रेग्युलेशन भी करता है। आज हमारी परीक्षा प्रणाली पूरे विश्व में अपनाई जा रही है यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने भी कई केस में इसे सर्वश्रेष्ठ माना है। आज पूरे देश में 180 से अधिक शाखाओं के माध्यम से 17000 से अधिक पिन कोड पर रजिस्टर अपने सदस्यों तक पहुंच रहे हैं। हम लगातार अपने कोर्स और ट्रेनिंग को अपडेट करके वैश्विक स्तर के सीए तैयार कर रहे हैं यहां तक कि टेस्ला जैसी कंपनी का सीएफऔ एक भारतीय सीए ही है। हमारे सदस्य लगातार अध्ययन करते हैं, अपने आपको अपडेट रखने के लिए हर साल 30 घंटे का अध्ययन अनिवार्य है इसमें भी कम से कम दो दो घंटे ऑडिट स्टैंडर्ड और कोड ऑफ एथिक्स पर जरूरी है। इससे पहले उन्होंने बरेली ब्रांच का निरीक्षण किया और किए जा रहे कार्यों की सराहना की। वहाँ पर उन्होंने सीए छात्रों को भी संबोधित किया।
सेंट्रल काउंसिल के सदस्य सीए ज्ञान चन्द्र मिश्रा ने कहा कि हम लगातार अपनी शाखाओं और विदेशों में अपने केंद्र बढ़ा रहे हैं ताकि हम विश्व के हर कोने में अपनी भूमिका निभा सकें।
सेंट्रल काउंसिल के सदस्य सीए अनुज गोयल ने बताया कि हमने ऐसी व्यवस्था की है जिसमें सीए दूसरे सीए के कार्यों की समीक्षा करता है और उसकी कमियों को दूर भी करवाता है।
रीजनल काउंसिल के सदस्य सीए अभिषेक पांडेय ने सदस्यों को अपने आपको चुस्त-दुरुस्त रखने को कहा ताकि लंबे समय तक आसानी से काम कर सकें।
रीजनल काउंसिल के सदस्य सीए अतुल मेहरोत्रा ने बताया कि हम अपने सदस्यों और छात्रों के लिए अध्ययन के साथ साथ खेल मनोरंजन और योग पर कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
सेमिनार के प्रथम सत्र में कानपुर से आए वक्ता सीए मनु अग्रवाल ने सदस्यों को आर्टिफिशल इंटेलिजंस के साथ सीए की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि इंकम टैक्स और जीएसटी में इसका प्रयोग शुरू हो गया है इसलिए अब हमे भी इसके अनुसार काम करना पड़ेगा।
विश्व व्यापार संगठन जेनेवा में रहे वरिष्ठ ए एस शिशिर प्रियदर्शी ने वैश्विक स्तर पर भारतीय सीए के लिए सम्भावना और उनकी भूमिका पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि आज आईसीएआई ने विभिन्न देशों के साथ मिलकर इस तरह के प्रोग्राम तैयार किए हैं कि आज भारतीय सीए दुनिया के किसी भी देश में आसानी से अपनी सेवा दे सकता है। पिछले सालों में भारत की स्थिति पूरे विश्व में बहुत मजबूत हुई है जिससे अवसर लगातर बढ़ रहे हैं।
सेमिनार में स्वागत करते हुए ब्रांच चेयरमैन सीए मोहित टण्डन ने ब्रांच द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी दी और भविष्य के बारे में भी चर्चा की। पूर्व अध्यक्ष सीए कपिल वैश्य ने सेमिनार के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 500 से अधिक सीए और छात्र आज अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष को सुनने आये हैं। पूर्व अध्यक्ष सीए रविंद्र अग्रवाल ने सभी को शाखा के इतिहास से अवगत कराया।
उद्योगपति घनश्याम खण्डेलवाल ने कहा कि बगैर किसी सीए की मदद के उद्योग का सफल होना असंभव है। दिनेश गोयल ने कहा कि सीए और व्यापार एक ही गाड़ी के दो पहिये हैं जिनका एक साथ चलना आवश्यक हैं। डॉ केशव कुमार ने सीए की भूमिका को सर्जरी जैसा बताया जो किसी भी व्यापार और उद्योग को नया जीवन दे सकता है।
कार्यक्रम में उद्योग और व्यापार से जुड़े सुरेश सुन्दरानी, सी एस अंकित अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, एडवोकेट विशाल रतन अग्रवाल, मुदित चतुर्वेदी, आदित्य मूर्ति, तनुज भसीन, अभिनव अग्रवाल,राजेश गुप्ता सहित शहर के गणमान्य लोग उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन सीए राजन विद्यार्थी, सीए मनोज माहेश्वरी, सीए अतुल अग्रवाल ने किया। अतुल अग्रवाल ने छात्रों को सीए के नए कोर्स पर भी चर्चा की।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सीए प्रदीप तिवारी, रवि जाँढरी, प्रतीक अग्रवाल, नवीन अग्रवाल, रतन गुप्ता, रमन बजाज, अखिल रस्तोगी, मनोज मंगल, विनय कृष्ण, पवन अग्रवाल, दीपक मंगल, नीतीश टण्डन, रीतेश अग्रवाल आदि का विशेष सहयोग रहा।