खाने पीने की मिलावटी चीजों से भी हो सकता है कैंसर: डॉ अर्जुन अग्रवाल

बरेली, 16 मई। एक समय था जब कैंसर जानलेवा बीमारी थी कैंसर का कोई इलाज नहीं था और कैंसर का मरीज काल के गाल में समा जाता था, लेकिन अब मेडिकल साइंस काफी आगे बढ़ गई है। हर तरह के कैंसर का इलाज शुरू हो गया है। ज्यादातर केसों में कैंसर मरीज बिल्कुल स्वस्थ हो जाते हैं। बात करें यूपी के रूहेलखंड कैंसर हॉस्पिटल की तो यहां पर एक अनुभवी डॉक्टरों का पैनल है जो मरीज को बिल्कुल स्वस्थ कर देता है।


बरेली के रुहेलखंड कैंसर हॉस्पिटल में हर तरह के कैंसर का इलाज हो रहा है। यहां पर अनुभवी डॉक्टरों का पूरा पैनल है और हर तरह की मशीनें भी हॉस्पिटल में उपलब्ध है। डॉक्टरों का कहना है कि समय पर अगर मरीज को इलाज मिल जाए तो कैंसर को जड़ से खत्म किया जा सकता है।
रूहेलखंड कैंसर हॉस्पिटल के डॉक्टर कैंसर सर्जन डॉ अर्जुन का कहना है कि कैंसर कोई लाइलाज बीमारी नहीं है। कुछ कैंसर ऑपरेशन से ठीक हो जाते हैं, कुछ कैंसर रेडियोथैरेपी के द्वारा ठीक किए जाते हैं। कुछ कैंसर कीमोथेरेपी से ठीक होते है कुछ में मल्टी मोलेरिटी ट्रीटमेंट होता है। पर कुछ में यह तीनों ही ट्रीटमेंट किए जाते हैं। यह सारी चीजें रोहिलखंड कैंसर हॉस्पिटल में उपलब्ध है। पर आजकल तीनों ही टेक्नोलॉजी से हम मरीजों को ठीक करते हैं। अभी कुछ समय पहले मुरादाबाद का पेशेंट हमारे पास आया था जिसको बोन कैंसर था। इसको हड्डी का ट्यूमर भी बोलते हैं। उस पेशेंट को सब जगह बोल दिया गया था क्या आपका पैर नहीं बचेगा या आपका पैर काट दिया जाएगा। जब वो हमारे पास आया तो हमने उसका पहले कीमोथेरेपी किया। कीमोथेरेपी से उसको छोटा किया और फिर ऑपरेशन कर हड्डी के साथ उसका पूरा कैंसर निकाला। एक नया प्रोसेस आया है इम्प्लांट का, टाइटेनियम का इस प्रोसेस को अप्लाई कर उसके इंप्लांट लगाया इसके बाद नया जॉइंट बनाया और आज की तारीख में वह मरीज बिल्कुल स्वस्थ है।

डॉ अर्जुन ने बताया की बहुत अच्छा लगता है जब कोई मरीज ठीक होकर जाता है या चिट्ठी लिखता है या ओपीडी में जब होते हैं तो मिठाई लेकर आता है तो यह सब चीजें देख कर बड़ा अच्छा लगता है कि हमने जो मेहनत की हॉस्पिटल में जो मेहनत की पेशेंट ने जो सहयोग किया, सफलता जब आंखों के सामने दिखती है तो अच्छा लगता है। मरीज एक परिवार की तरह हो जाते हैं। लोगों से बात होने लगती है या फिर कोई उनके घर में शादी है या फंक्शन होता है तो बुलाते भी है और हम कोशिश करते हैं कि अगर हम उनके शहर से होते हुए गुजर रहे हैं उनसे मिलते जाएं ताकि उसे हमारा संबंध बनेगा।

डॉ अर्जुन ने कहा की लोगों के लिए हमारा मैसेज यही है कि लोग अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। कई सारी चीजें ऐसी होती है जो कैंसर को क्रॉस करती है। हमारे कंट्रोल में नहीं होती, कुछ चीजें हमारे कंट्रोल में होती हैं। वह जैसे हमारे जींस हो गए हमारे डीएनए हो गए। जैसे कभी-कभी होता है कि कैंसर हमारे डीएनए में है तो हम उसका बचाव नहीं कर सकते। हमे उस चीज पर कंट्रोल करना है जिस पर हम कंट्रोल कर सकते हैं। मुंह का कैंसर, लंग का कैंसर, पेशाब की थैली का कैंसर है यह सब स्मोकिंग की वजह से होता है। जिस चीज को हम इग्नोर कर सकते हैं उसे हमें इग्नोर करना चाहिए। हमें स्मोकिंग नहीं करनी चाहिए हमको गुटका मसाला नहीं खाना चाहिए। हमें स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। हमें स्ट्रेस फ्री रहना चाहिए। हमे रोजाना एक्सरसाइज करना चाहिए। इन सब चीजों को कंट्रोल में करें काफी सारे कैंसर से बचा जा सकता है।

डॉ अर्जुन ने बताया कि हमारा जैसा इन्वायरमेंट है जैसी हम सांस ले रहे हैं जैसे मैं सांस ले रहा हूं जैसे आप सांस ले रहे हैं तो एक पोल्यूटेड एयर है। अब जैसे हम गांव में जाएंगे शहर में जाएंगे तो हमें गांव के पोलूशन अलग है और शहर का पोलूशन अलग है। इसको पेसीस स्मोकिंग कहते हैं। एक्टिव स्मोकिंग इसमें हम खुद बीड़ी पी रहे हैं। एक होता पेसीस स्मोकिंग जिसमे सामने वाला बीड़ी पी रहा है, एक होती है टरचारी स्मोकिंग जोकि आसपास के धुए से फैलती है जिसको लेना हमारी मजबूरी हो जाती है। इस तरह से किसी ना किसी फॉर्म में पॉल्यूशन हमारी बॉडी में जाता है। आजकल आपने देखा होगा कि कितना खाने में मिलावट है। जो नई पौध जाती है में कितने प्रकार के प्रेस्टसाइज मिलाए जाते हैं। जो हम खा रहे हैं जो हम सूंघ रहे हैं और जो हम पी रहे हैं वह चीजें शुद्ध नहीं है। इन सब चीजों की वजह से कैंसर होता है। कैंसर कोई छूत वाली बीमारी नहीं है।

रुहेलखंड कैंसर हॉस्पिटल में डॉ अर्जुन अग्रवाल ,डॉ चीना और डॉ लक्ष्मण पांडे तीनों डॉक्टरों का पैनल है। जहां पर कैंसर के मरीजों का तीनो डॉक्टर इलाज करते है।

By Anup