बैंक का कर्ज चुकाने के लिए बच्चो के साथ किडनी बेचने अस्पताल पहुंचा किसान
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बरेली, 25 दिसंबर। बैंक का कर्ज चुकाने के लिए एक किसान इतना परेशान हो गया है की नौबत अंग बेचने तक आ पहुंची। जिसके बाद किसान अपने बच्चो के साथ अंग बेचने के लिए सरकारी अस्पताल पहुंच गया। ये खबर यूपी के पीलीभीत से है। अंग बेचने की खबर आग की तरह पूरे शहर में फैल गई जिसके बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया।
पूरनपुर तहसील क्षेत्र के गांव कुरैया खुर्द कला निवासी अजीत सिंह अपने दो मासूम बच्चों के साथ सरकारी अस्पताल पहुंचा, वहां मौजूद डॉक्टर व अन्य लोगों से अपने अंग बेचने की जानकारी करने लगा। अस्पताल में खड़े लोगों ने पूछा आखिर अंग बेचकर क्या करोगे तो उसने बताया 2004 में मेरे पिता पृथ्वीराज सिंह ने पशुपालन के लिए भूमि विकास बैंक से ऋण लिया था। पिता जी की मृत्यु हो गई जिसके बाद डेढ़ एकड़ जमीन पर भू माफिया कब्जा किए हुए हैं। साढे तीन एकड़ जमीन बची है। उसमें गेहूं लगाया आवारा पशुओं ने गेहूं को बिल्कुल जड़ से खा लिया। हर दूसरे तीसरे दिन भूमि विकास बैंक के फिल्ड ऑफिसर अन्य लोगों के साथ घर पर जाकर बेज्जती करते हैं। ऋण को लेकर काफी मानसिक तनाव रहता हैं। इसी के चलते किसान अजीत सिंह काफी तनाव में रहता है। बैक ऋण जमा करने के लिए और कोई व्यवस्था नहीं है इसी के चलते सरकारी अस्पताल में अपना अंग किडनी बेचने के लिए सरकारी अस्पताल में भटक रहा हूँ। जिससे अंग बेचकर ऋण जमाकर भूमि विकास बैंक के कर्मचारियों से अपना पीछा छुड़ा सके। किसान के साथ दो मासूम बच्चे भी थे। उच्च अधिकारियों से बैंक के कर्मचारियों व भू माफियाओं की शिकायत करने पर भी समस्या का समाधान नही हुआ है। किसान का कहना है की अधिकारी सुनते ही नही है।