आर्थिक तंगी से तंग आकर पहले पिता अब बेटे ने की आत्महत्या, बहन की शादी का था बोझ
बरेली, 29 दिसंबर। भारत एक कृषि प्रधान देश है, किसान अन्नदाता है लेकिन यही किसान आर्थिक तंगी की वजह से आए दिन आत्महत्या करने को मजबूर हो जाता है। खासतौर से बुंदेलखंड में तो हालात बहुत ही खराब है, जहां पहले पिता ने और अब बेटे ने आत्महत्या कर ली। आर्थिक तंगी के चलते किसान पिता पुत्र ने आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया। किसान पर बहन की शादी का बोझ था खेती के नाम पर इसके पास मात्र दो बीघा जमीन थी।
बांदा जनपद के बबेरू कोतवाली क्षेत्र के कोर्रम गांव का रहने वाला किसान रोशन खेती किसानी कर अपना और अपने परिवार का जीवन यापन करता था। वह शुक्रवार दोपहर को अपनी मां के साथ खेत गया हुआ था जहां से अचानक बिना बताए अपने घर आ गया और उस समय घर में कोई नही था। तभी उसने खपरैल की घन्नी में साड़ी का फंदा बनाया और उसमे झूल गया। जब मां देर शाम को घर आई और बेटे को लटकता हुआ देखा तो उसकी चीख निकल गई और वह बेहोश हो कर गिर पड़ी। तभी ग्रामीण इकट्ठा होने लगे और उसे फांसी के फंदे से नीचे उतारा और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जहा पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। वही मृतक की मां केशकली ने बताया की इनके पिता की पहले ही मौत हो चुकी थी और पिता की मौत के बाद उसके ऊपर छोटी बहन की शादी का बोझ था।उसकी बहन की शादी मौदहा में होनी थी जिसको लेकर वह परेशान रहता था। वह अपनी दोनो बहनो में इकलौता भाई था। वही पुलिस ने अभी मौत की ठोस वजह नही बताई है।
पति के आत्महत्या करने के बाद जवान बेटे का सहारा था, लेकिन अब जवान बेटा भी इस दुनिया में नही रहा। जिसके बाद परिवार में कमाने वाला कोई नहीं रह गया है।
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