G-20 Summit News: दिल्ली में ये ऐतिहासिक पल होगा, जब वैश्विक संगठन G-20 की अध्यक्षता कर भारत कई वैश्विक मुद्दों को सुलझाने में मदद करने जा रहा है|भारत की अध्यक्षता में G-20 के नेताओं का शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में हो रहा है| दिल्ली 48 घंटे के लिए दुनिया का सबसे हॉट सेंटर होगा.भारत मंडपम पर सबकी निगाहें होंगी|
देश का सबसे बड़ा इनडोर हॉल यानी भारत मंडपम दुनिया की महाशक्तियों को एक मंच पर लाने के लिए तैयार है| ये पहली बार होगा, जब दुनिया के शक्तिशाली देश के राष्ट्राध्यक्ष दिल्ली में एक साथ एक वक्त पर होंगे| 48 घंटे के लिए भारत की राजधानी दिल्ली दुनिया का सबसे हॉट सेंटर होगा|
दिल्ली दुनिया का सबसे सेफ जोन होगा| पूरी दुनिया की नजरें भारत मंडपम पर होंगी, क्योंकि जी-20 समिट में बड़े-बड़े राष्ट्राध्यक्ष मौजूद रहेंगे| जी-20 में शामिल होने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन कुछ ही घंटों के बाद दिल्ली पहुंच रहे हैं| ठीक ऐसे ही दुनिया के तमाम बडे़ मुल्कों के मुखिया दिल्ली आ रहे|
ब्रिटेन के पीएम बनने के बाद पहली बार भारत आ रहे ऋषि सुनक
भारत आने वाले नेताओं की लिस्ट में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक पीएम बनने के बाद पहली बार भारत की यात्रा पर होंगे| बता दें कि ऋषि सुनक भारतीय मूल के हैं| इनके अलावा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी आ रहे हैं|
वहीं जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज भी जी-20 में शामिल होने आ रहे हैं| जी-20 में चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग नहीं आ रहे हैं, लेकिन चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग शामिल होने भारत आ रहे हैं| वहीं रूस के राष्ट्रपति पुतिन जी-20 में नहीं रहेंगे|उनकी जगह रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव मौजूद होंगे|
जापान के प्रधानमंत्री फिमियो किशिदो, कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुन-येओ, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज, यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज समेत सभी राष्ट्राध्यक्ष मौजूद रहेंगे|
वैश्विक जीडीपी के तराजू पर जी-20 की ताकत कितनी है?
जी-20 की मेजबानी कर भारत अपना दम दिखा रहा है|भारत आ रहे राष्ट्राध्यक्षों का मतलब क्या है, एक और एंगल से समझिए| अगर वर्ल्ड जीडीपी के तराजू पर जी-20 की ताकत को नापें तो पता चलेगा कि दुनिया की 80 फीसदी GDP इन्हीं देशों को मिलाकर बनती है| दुनिया की 60 फीसदी आबादी इन देशों के पास है और 75 फीसदी ग्लोबल ट्रेड पर जी-20 के देशों का कंट्रोल है, जबकि दुनिया के कुल प्रोड्क्शन में जी-20 देशों की हिस्सेदारी 80 फीसदी है| मतलब भारत के लिए ये लम्हा ऐतिहासिक होने वाला है|
जिस कॉम्प्लेक्स में हो रही जी-20 समिट, उसकी खासियत जानिए
भारत मंडपम देश का सबसे बड़ा इंडोर हॉल है. G-20 से जुड़े सारे कार्यक्रम यहीं होने जा रहे हैं|भारत मंडपम की भव्यता देखते ही बन रही है. इसे शानदार तरीके से सजाया गया है, क्योंकि ये पूरे विश्व में भारत का गौरव गान करेगा| ये नया कॉम्प्लेक्स दुनिया के शीर्ष 10 कन्वेंशन सेंटर्स में शामिल है, जो जर्मन के हनोवर और चीन के शंघाई जैसे विख्यात कन्वेंशन सेंटर को टक्कर देता है|
123 एकड़ में 750 करोड़ से बना है भारत मंडपम
भारत मंडपम 123 एकड़ में बना है|इसके निर्माण में 750 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं| देश के सबसे बड़े कन्वेंशन सेंटर में 10,000 लोगों के एक साथ बैठने की क्षमता है|इसमें कई वीआईपी लॉन्ज और कई आधुनिक टेक्नॉलॉजी वाले कॉन्फ्रेंस रूम भी हैं|
भारत मंडपम में एक हॉल ऐसा भी है, जिसमें एक साथ 7 हजार लोग आराम से बैठ सकते हैं| भारत मंडपम का कुल एरिया फुटबॉल स्टेडियम से करीब 26 गुना बड़ा है|ये दुनिया के सबसे बड़े हॉल में से एक है और सिडनी (ऑस्ट्रेलिया) के ओपेरा हाउस से कहीं अधिक बड़ा है|
समिट हॉल में लगा है 18 टन की प्रतिमा और हैंडक्राफ्टेड झूमर
समिट हॉल में जो झूमर लगा है, उसमें 3500 क्रिस्टल बॉल हैं. इसे चेक रिपब्लिक की राजधानी प्राग से मंगवाया गया है| इसका हर क्रिस्टल हैंडक्राफ्टेड है| भारत मंडपम परिसर में नटराज की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है, जो दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है| इसकी ऊंचाई 27 फीट और चौड़ाई 21 फीट है| वहीं इस मूर्ति का वजन लगभग 18 टन है| इस मूर्ति को लॉस्ट वैक्स तकनीक के माध्यम से अष्टधातु से बनाया गया है|