बीडीए की पहल से मुख्यमंत्री हुए खुश, बरेली में बनाई जा रही है ग्रीन रामायण वाटिका
बरेली की धरा पर सजेगी रामायण वाटिका, अयोध्या की तरह बरेली में भी प्रभु श्रीराम के होंगे दर्शन, बीडीए करा रहा है निर्माण
ग्रीन रामायण वाटिका में चित्रकूट, दंडकारण्य, पंचवटी, शबरी आश्रम, किष्किंधा, अशोक वाटिका, पंपा सरोवर की संकल्पना किया गया है साकार
22.8 करोड़ से 33000 वर्ग मीटर में विकसित होंगे भगवान राम चरित्र के संस्मरण
राम, लक्ष्मण, भरत, हनुमान के नाम से बरेली के चारों ओर भव्य प्रवेश द्वार तैयार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर पर्यटन को बढ़ावा, दुर्लभ पौधों, वनस्पतियों के संरक्षण की कवायद शुरू
मर्यादा पुरुषोत्तम राम, भारतीय संस्कृति से भावी पीढ़ी को रूबरू करायेगा बीडीए
बरेली, 7 अक्टूबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में बरेली विकास प्राधिकरण ने शानदार पहल की है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जीवन चरित्र और भारतीय संस्कृति के विभिन्न आयामों से भावी पीढ़ी को रूबरू कराने के लिए राम गंगानगर में ग्रीन रामायण वाटिका को विकसित किया जा रहा है। 22.8 करोड़ की लागत से 33000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में रामायण वाटिका का निर्माण शुरू हो गया है। इसकी टेंडर प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। ग्रीन रामायण वाटिका में चित्रकूट, दंडकारण्य, पंचवटी, शबरी आश्रम, किष्किंधा, अशोक वाटिका, पंपा सरोवर की संकल्पना को साकार किया गया है। भगवान राम चौदह वर्षों में वन गमन के दौरान जिन स्थानों पर गये। जहां उन्होंने विश्राम किया। वहां के पौधों और वनस्पतियों को भी वाटिका में रोपा जाएगा। इससे बरेली में एक तरफ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। वहीं बरेली विकास प्राधिकरण की इस मुहिम से भावी पीढ़ी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम और भारतीय संस्कृति से भी परिचित होगी।
रामायण वाटिका में होंगे भगवान विष्णु के सभी दशावतार
बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष जोगेंद्र सिंह ने बताया कि ग्रीन रामायण की संकल्पना के साथ वाटिका की दीवारों पर भगवान राम के जीवन से जुड़े प्रसंगों को पत्थरों से उकेरा जाएगा। वाटिका में भगवान विष्णु के सभी 10 अवतारों को भी प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त दुर्लभ पौधों, वृक्षों और वनस्पतियों के संरक्षण के साथ पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा देने की व्यवस्था की जा रही है। इसके निर्माण का कार्य प्रारंभ हो गया है।
पिकनिक स्पॉट के रूप में होगा विकसित लगेंगे औषधीय पौधे
ग्रीन रामायण वाटिका में पहुंचते ही भगवान राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान से जुड़े सभी प्रसंग और संस्मरण दीवारों पर प्रदर्शित होंगे। रामायण वाटिका को पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित किया जाएगा इसके अलावा वहां औषधीय पौधे जैसे चित्रकूट में आम, ब्राह्मी, असना, नीम, बांस, दंडकारण्य में अर्जुन, सागौन, साल, पदल, बकली महुआ, गौब, पंचवटी में अशोक, पीपल, बरगद, बेल, आंवला, किष्किंधा में रक्त चंदन, ढाक, कैथा चंदन, अशोक वाटिका में सीता अशोक, नाग केसर, चंपा, मौल सिरी, द्रोणागिरी में मृथ संजीवनी के पौधे रोपित किए जाएंगे। बच्चों के खेलने के लिए पार्क, ओपन एयर थियेटर, क्लॉक टावर का निर्माण होगा।
शाहजहांपुर रोड पर राम द्वार झुमका तिराहे पर लक्ष्मण द्वार बनकर तैयार
बरेली विकास प्राधिकरण ने चारों दिशाओं में भव्य प्रवेश द्वार का निर्माण कराया है। 80 फ़ीसदी से ज्यादा निर्माण हो गया है। उन पर पत्थर लगाने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। बरेली विकास प्राधिकरण के वीसी जोगेंद्र सिंह ने बताया कि इन्वर्टिस क्रॉसिंग के पास राम द्वार, झुमका तिराहे पर लक्ष्मण द्वार, बदायूं रोड पर जुए की पुलिया के पास भरत द्वार, बीसलपुर रोड पर हनुमान द्वार का निर्माण कराया जा रहा है। हनुमान द्वार को छोड़कर अन्य सभी द्वार का निर्माण पूरा होने को है। प्रत्येक द्वार की लागत 95 लाख है। एक प्रवेश द्वार पर पत्थर लगाने की लागत करीब 134 लाख रुपये है। जुलाई 2023 तक प्रवेश द्वार के निर्माण, सौंदर्यीकरण का कार्य पूरा हो जाएगा।
बरेली शहर में आने वाले सभी मार्ग हो गए फोरलेन, सिक्स लेन
बरेली विकास प्राधिकरण ने सड़कों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है। बरेली आने वाले सभी मार्ग फोरलेन और सिक्स लेन चौड़ीकरण कराए गए हैं। डिवाइडर और रोड पर लाइटों की समुचित व्यवस्था हुई है। इसके अलावा करीब 520 करोड़ का फिक्स डिपाजिट विभिन्न बैंकों में कराया गया है। बरेली विकास प्राधिकरण ने डेढ़ साल में तीन हजार आवासीय और व्यावसायिक संपत्तियों का जरूरतमंद लोगों को सरकारी योजनाओं में आवंटन किया है।