अब बिना घुटने बदले ही होगा इलाज, घुटनों के दर्द की समस्या का हुआ समाधान
बरेली, 25 सितंबर। बरेली में आज डाक्टरों ने घुटनों के दर्द की समस्या को लेकर आईएमए हॉल में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में बताया गया की घुटनों को कैसे बिना बदले सही किया जाए। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे राज्य मंत्री डॉ अरुण कुमार सक्सेना ने कहा की डॉक्टरों को समय समय पर इस तरह के सेमिनार आयोजित करते रहना चाहिए जिससे डॉक्टरों को बहुत कुछ सीखने को मिलता है। वही कार्यक्रम के संयोजक डॉ प्रमेंद्र महेश्वरी ने कहा की लोग अपने खानपान का ध्यान रखे, मेडिटेशन और योग करे तो घुटनों में दर्द की समस्या नही होगी।
घुटनो का दर्द एक सामान्य समस्या है और लगभग प्रत्येक घर में घुटनों के दर्द से सम्बंधित मरीज़ मिल जाते हैं..बुजुर्गों और महिलाओं में तो यह बहुत बड़ी परेशानी है..ज़्यादा ख़राब होने पर घुटनों को कृत्रिम जोड़ डाल कर बदल दिया जाता है लेकिन अभी भी ज्वाइंट रिप्लेसमेंट को सामान्य नागरिकों ने उतनी आसानी से स्वीकार नही किया है जैसे हृदय रोग में एंजीयोप्लास्टी और बाई पास सर्जरी को….इसीलिए मरीज़ों के घुटने न बदलकर उन्हें अन्य आधुनिक विधियों से कैसे स्वस्थ रखा जाए और ख़राब होने पर कैसे बिना बदले आपरेशन से ठीक किया जाए यानी knee natural रहे ..इसी विषय पर आइएमए हाल में ऑर्थपीडिक एसोसिएशन द्वारा एक सेमिनार आयोजित की गई है.. इसमें देश और विदेश से आए प्रख्यात चिकित्सको ने अपने व्याख्यान दिए… उपस्थित प्रतिभागियों को देंगे.. कार्यक्रम का उदघाटन मुख्य अतिथि राज्य मंत्री डा अरुण कुमार, बिथरी विधायक डा राघवेंद्र शर्मा और कैंट विधायक संजीव अग्रवाल ने किया।
कार्यक्रम में प्रशिक्षु चिकित्सकों को बिना घुटने बदले एक छोटे चीरे द्वारा आपरेशन की कार्यशाला में प्रशिक्षित किया गया।
सेमिनार में डॉक्टर संजय रस्तोगी देश के हड्डी रोग विशेषज्ञों में एक जाना माना नाम हैं और एक शिक्षक के रूप में हज़ारों ऑर्थपीडिक डाक्टरों को ट्रेनिंग दे चुके हैं.. Physiotherapy की दुनिया में विदेशों में नाम कमाने वाले डा महेंद्र कुमार यादव आबूधाबी,दुबई से सेमिनार में पहुंचे।