डीएम की पहल: नाथ नगरी में नव वर्ष पर शुरू हुई रामगंगा के चौबारी घाट पर गंगा आरती
बरेली, 01 जनवरी 2024। काशी, हरिद्वार, सरयू की तर्ज पर नाथ नगरी बरेली में भी गंगा आरती की शुरुआत की गई है। बरेली के रामगंगा स्थित चौबारी घाट पर नव वर्ष के पहले दिन गंगा आरती की शुरुआत की गई। डीएम रविंद्र कुमार की पहल पर अब हर माह के प्रथम सोमवार को गंगा आरती हुआ करेगी।
रामगंगा स्थित चौबारी घाट पर आज शाम गंगा आरती का प्रबंध किया गया। चौबारी घाट को दीपो से सजाया गया। जिसके बाद वहां पर विधि विधान से गंगा आरती की गई। गंगा आरती में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ साथ वन विभाग के अफसर, जनप्रतिनिधि और सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे। गंगा आरती के वक्त चौबारी घाट पर पूरा वातावरण मां गंगा की आरती से गुंजायमान हो गया।
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने गंगा आरती में उपस्थित सभी सम्मानित जनों से कहा कि सबका साथ हो, गंगा साफ हो के संकल्प के साथ आम जनमानस के सहयोग से ही गंगा के स्वच्छता का मार्ग प्रशस्त होगा। गंगा स्वच्छता के लिये जन सहभागिता बहुत आवश्यक है। नदियो के घाटों पर कोई भी प्लास्टिक, फूल, माला व कांच की बनी हुई चीजों को प्रवाहित न करें। उन्होंने कहा कि यह आरती प्रत्येक माह के प्रथम सोमवार को आयोजित की जायेगी।
कार्यक्रम का उद्देश्य गंगा नदी के संरक्षण के लिए जन-जागरूकता बढ़ाना, सामाजिक रूप से प्रासंगिक कारणों में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करना, गंगा नदी को स्वच्छ रखने के लिये जिम्मेदारियो की भावना विकसित कराना है। जिसके अन्तर्गत गंगा व उसकी सहायक नदियों के घाट पर गंगा-महाआरती, दीप-दान, तथा घाटों की साफ सफाई आदि कार्यक्रम आयोजित कराये जा रहे है। सभी अतिथियों द्वारा गंगा महाआरती की भव्यता व औलौकिकता के दर्शन किये और गंगाआरती की। अंत में समस्त अतिथियों द्वारा गंगा में दीप प्रवाहित किये गये। गंगा आरती समिति द्वारा सभी उपस्थित अतिथियों का बैच लगाकर स्वागत किया गया।
इस मौके पर वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ अरुण कुमार ने कहा कि हमे सभी को ये संकल्प लेना चाहिए की गंगा को प्रदूषित नही करेंगे। उसमे प्लास्टिक नही डालेंगे। प्लास्टिक गंगा में रहने वाले जीव जंतुओं के लिए भी खतरनाक है। उन्होंने कहा कि गंगा का पानी अमृत होता है। इसलिए हम सभी गंगा नदी को साफ स्वच्छ रखें। वही बिथरी विधायक डॉ राघवेंद्र शर्मा ने कहा की जल ही जीवन है। पूरी दुनिया में पृथ्वी के अलावा कही भी जल नही है। वैज्ञानिक अन्य ग्रहों पर भी जल की तलाश कर रहे है। इस लिए हम सभी को गंगा को साफ रखना होगा।
इस अवसर पर वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ अरुण कुमार, विधायक डॉ राघवेंद्र शर्मा, अधिवक्ता एवं वरिष्ठ समाज सेवी अनिल कुमार सक्सेना, मुख्य वन संरक्षक बी प्रभाकर, वन संरक्षक विजय सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी समीर कुमार, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रोहित सिंह, उप प्रभागीय वनाधिकारी कमल कुमार, ग्राम प्रधान चौबारी व आस-पास के ग्रामीण सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहें।