योगीराज में युवाओं को उद्यमी बनाकर सपने साकार करेगी पीएमएफएमई

खाद्य प्रसंस्करण यूनिट लगाकर बेरोजगार युवा बनेंगे उद्योगपति

प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना के तहत आयोजित हुआ खाद्य उद्योग मेला

खाद्य उद्योग मेले में 50 से अधिक उद्यमियों ने किया प्रतिभाग

बरेली, 15 दिसंबर। युवाओं को आत्मनिर्भर और उद्यमी बनाने के लिए योगीराज में प्रभावी तरीके से प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना पीएम एफएमई शुरू कर दी गई है। गुरुवार को एक एकदिवसीय खाद्य उद्योग मेले का आयोजन किया गया। इसमें 50 से अधिक उद्यमियों ने प्रतिभाग किया। स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए शुरू हुई प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत युवाओं को जानकारी दी गई। युवा बेकरी, पशु एवं मुर्गी चारा, चावल एवं चावल मिल, दुग्ध उत्पादन से संबंधित उद्योग, फ्लोर मिल, ऑयल सीड आधारित उद्योग, नमकीन उद्योग, मिठाई उद्योग, मैदा आधारित उद्योग, चिप्स, पापड़, नमकीन, बिस्कुट, रेडी टू कुक, मशरूम एवं मशरूम आधारित उद्योग, अचार, जैम जैली, केचप, मुरब्बा, रीफल व्हीकल्स, मोबाइल फ्री कूलिंग के उद्योग लगा सकेंगे। इसके लिए उद्यान विभाग की ओर से उन्हें सब्सिडी और लोन मुहैया कराया जाएगा।

तीन करोड़ तक का प्रोजेक्ट लगा सकते हैं उद्यमी, 35 फ़ीसदी सब्सिडी का मिलेगा सीधा लाभ

उप निदेशक उद्यान पूजा ने बताया कि व्यक्तिगत सूक्ष्म खाद्य उद्यमियों, एफपीओ स्वयं सहायता समूह, कोऑपरेटिव और नवीन खाद्य प्रसंस्करण इकाई लगाने के इच्छुक युवाओं को प्रोजेक्ट की लागत का 35 फीसदी क्रेडिट लिंक्ड कैपिटल सब्सिडी का लाभ दिया जाएगा। अधिकतम 10 लाख रुपये का उद्यमी लाभ ले सकते हैं। लाभार्थियों को प्रोजेक्ट का 10 फ़ीसदी लगाना पड़ेगा। प्रोजेक्ट की अन्य कास्ट बैंक से ऋण के रूप में प्राप्त हो जाएगी। तीन करोड रुपये तक का प्रोजेक्ट युवा लगा सकते हैं। अनुदान राशि के लिए बैंक कोई ब्याज नहीं लेगा।

उद्योग लगाने डीपीआर तैयार कराने में सहायता करेंगे विभागीय अफसर

उप निदेशक उद्यान पूजा ने बताया कि अब खाद्य प्रसंस्करण उद्योग या अन्य इकाई लगाने के लिए ओडीओपी (एक जिला एक उत्पाद) की बाध्यता को समाप्त कर दिया गया है। 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इसके लिए शैक्षिक योग्यता की कोई बाध्यता नहीं है। परिवार में स्वयं पति पत्नी और बच्चे से एक को ही योजना का लाभ मिलेगा। खाद्य प्रसंस्करण इकाई लगाने के लिए निदेशालय स्तर से जिला रिसोर्स पर्सन (डीआरपी) नियुक्त किए गए हैं। डीपीआर तैयार करवाने से लेकर बैंक में ऋण प्राप्त करने, खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के पंजीकरण कराने, एफएसएसएआई के खाद्य मानकों के अनुसार काम करने और जीएसटी प्राप्त कराने में उद्यमी की सहायता करेंगे।

बेरोजगारों को रोजगार का सुनहरा अवसर दे रहे मुख्यमंत्री के उद्यान विभाग के अफसर

बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने का सुनहरा अवसर योगी सरकार के उद्यान विभाग के अधिकारी दे रहे हैं। उपनिदेशक उद्यान ने बताया कि योजना की विस्तृत जानकारी मंत्रालय की वेबसाइट पर देख सकते हैं।https://mofpi.nic.in/pmfme/। इसके अलावा उद्योग लगाने के इच्छुक व्यक्ति राजकीय खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण केंद्र के प्रधानाचार्य रमेशचंद्र 8445 9579 11, जिला उद्यान अधिकारी पुनीत पाठक 9468 359889 पर संपर्क कर सकते हैं। युवाओं को उद्योग लगाने के इच्छुक युवाओं को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। उद्योग लगाने में किसी भी तरह की कोई अड़चन नहीं होगी।

By Anup