माफियाओं को मिट्टी में मिलाने वाले प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा को उत्कृष्ट सेवा पदक से किया गया सम्मानित

मेहनत, ईमानदारी और माफियाओं पर की गई कार्यवाही का मिला तोहफा

स्वाभिमान डेस्क 14 अगस्त। प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा को गृह मंत्रालय के उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आईपीएस रमित शर्मा को उनकी मेहनत, ईमानदारी और माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने का अनमोल तोहफा मिला है। प्रयागराज में बतौर पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का काम किया है। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के खिलाफ पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने ऐसी कार्यवाही की जो मिशाल बन गई। बड़े बड़े अफसर उसके खिलाफ कार्यवाही करने से डरते थे लेकिन अपनी जान की परवाह किए बगैर रमित शर्मा ने प्रयागराज की जनता को भय मुक्त वातावरण देने का काम किया है।

बरेली में आईजी के पद पर तैनाती के दौरान रमित शर्मा के मार्गदर्शन में बरेली पुलिस ने माफियायों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई की और 29 मामलों में 1.67 अरब रुपये की संपत्तियों का जब्तीकरण किया। रमित शर्मा ने ऑपरेशन काला गुलाब के जरिए शराब माफिया को भी मिट्टी में मिलने का काम किया। उनकी 100 करोड़ से अधिक की अवैध शराब को पकड़वाया और जेल की सलाखों के पीछे भिजवाने का काम किया।

रमित शर्मा ने नारकोटिक्स ब्यूरो के तत्वावधान में “Say yes to life, No to Drugs” अभियान का आयोजन किया है जिसके माध्यम से लोगों को नशे के खतरों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही, स्कूलों और विश्वविद्यालयों में शिक्षार्थियों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए पैम्पलेट वितरण, शपथ समारोह इत्यादि का आयोजन किया गया है। उनकी योगदान के कारण प्रयागराज शहर में कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है। रमित शर्मा को उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित करने का फैसला एक बड़ी पहचान है और वह महत्वपूर्ण प्रतिष्ठा का प्रतीक है।

इस सम्मान के बाद रमित शर्मा को बधाई देने वालो का तांता लगा हुआ है। प्रयागराज की जनता भी उन्हें मिले इस सम्मान से काफी खुश नजर आ रही है।

By Anup