देवभूमि उत्तराखंड के रामनगर में कोसी नदी के बीच में पहाड़ी पर स्थित है मां गिरिजा देवी का मंदिर

नैनीताल, 6 जून। देवभूमि उत्तराखंड के नैनीताल जिले की रामनगर तहसील में कोसी नदी के बीचोबीच माता गिरिजा देवी का मंदिर है, जहां दर्शन के लिए लाखो श्रद्धालू आते है। एक छोटी सी पहाड़ी पर बना ये मंदिर चमत्कारों से भरा हुआ है। भगवान भोलेनाथ की पत्नी गिरजा देवी हिमालय की बेटी है। ये मंदिर महाभारत काल के समय का बताया जाता है। मां गिरिजा देवी का मंदिर बड़ा ही सुंदर है और बड़ी ही खूबसूरत जगह पर स्थित है। जो भी यहां एक बार आता है वो मां गिरिजा देवी की भगति में डूब जाता है।

बताया जाता है की कोसी नदी में बहता हुआ ये पर्वत यहां से गुजर रहा था तभी भगवान भैरव ने इस पर्वत को रुकने को कहा। भगवान भैरव ने कहा रुको बहन, यहां से मत जाओ। आप यही पर निवास करके भक्तों का उद्धार करो और उनकी हर मनोकामना पूरी करो तब से यहां पर श्रद्धालु आते हैं। रामनगर रेलवे स्टेशन से 15 किलोमीटर की दूरी पर कोसी नदी और हरियाली के बीच मां का मंदिर है। मां के दरबार से कोई कभी खाली नहीं जाता है।

कार्बेट नेशनल पार्क के पास स्थित गिरिजा देवी के मंदिर की परिक्रमा करने के लिए आज भी शेर वहां पर आता है। और फिर शेर गर्जना करता है। माता के दर्शन करने के लिए 90 सीढ़ियों पर चढ़ना पड़ता है। छोटी से पहाड़ी पर स्थित इस मंदिर में दर्शन करने के लिए देश के कोने कोने से लाखो श्रद्धालू आते है।

कहते है माता रानी की दर्शन करने के बाद भगवान भैरव के मंदिर में दर्शन किए जाते है तभी मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है। सबसे पहले कोसी नदी में स्नान करते है और फिर साफ कपड़े पहनकर मां के दरबार में जाते है और श्रद्धा अनुसार प्रसाद चढ़ाते है। जिन भक्तों की मनोकामना पूरी होती है वो दोबारा से आते है और मां को पूरा श्रंगार चढ़ाते है। बहुत सारे भगत यहां पर भंडारा भी कराते है।

आइए अब आपको माता के दरबार तक जाने के रूट के बारे में बताते है। जो श्रद्धालू माता के दरबार में पहली बार जाना चाहते है वे दिल्ली से रामनगर तक ट्रेन या फिर बस या कार के रास्ते यहां आ सकते है। इसके अलावा हवाई जहाज से भी आप यहां पहुंच सकते है।

By Anup