केरला की घटना, हाईवे एक्सटेंशन में पेड़ को किया कुर्बान और बेजुबान पक्षियों की ले ली जान l
वाकई में इंसानियत शर्मसार हो गई धरती पर रहने वाले हर इंसान को शर्म आनी चाहिए, यह खबर लिखते हुए दिल रूआसा है l शर्म आती है हमें अपने आप के इंसान होने पर,
केरला के मल्लापुरम में गठित एक घटना एक जेसीबी ने नेशनल हाईवे 66 के एक्सटेंशन करने की वजह से एक पेड़ की जान ले लीl बायोलॉजी में हमें पेड़ों को जीवित प्राणियों (living being) के रूप में पढ़ाया जाता है, लेकिन सेंटीमेंट्स की कमी होने पर, ज्ञान किताबों तक ही रह जाता है
आज पता चल गया की जिस विभाग ने इस पेड़ को कटवाया उस से जुड़े तमाम अधिकारी तमाम लोग जो सिर्फ पर्यावरण दिवस पर अपनी फोटो खिंचवाते हैं और दुनिया को दिखाते हैं कि उन्होंने पेड़ लगाया पर हकीकत कुछ और ही होती है उन्हें ना किसी पेड़ से कोई दिललगी होती है ना कोई सेंटीमेंट्स वह सिर्फ दिखावा करते हैंl
इंसानियत को शर्मसार करने वाली यह घटना कोई एक नहीं है पूरे हिंदुस्तान में स्मार्ट सिटी के नाम पर तमाम पेड़ों की बलि दे दी गई है, हालांकि इसी कार्य को विदेशों में बहुत सुरक्षित तरीके से पेड़ों को दूसरी जगह शिफ्ट करके सुनिश्चित किया जाता है l यह इस देश में भी हो सकता था परंतु पेड़ों की चिंता किसे है क्योंकि हमारे सरकारी स्कूलों की हालत खराब है और प्राइवेट स्कूलों में पेड़ों से जुड़े सेंटीमेंट्स सिर्फ किताबों में रह जाते हैं , और पर्यावरण दिवस पर फोटो खिंचवा कर नोटिस बोर्ड पर चिपका दिए जाते हैं l
आज इस देश के जितने पर्यावरण मंत्री हैं या पीछे इतिहास में जो पर्यावरण मंत्री रहे उनके पैदा होने पर क्या उनके मां-बाप ने एक भी पेड़ लगाया यह बात आम जनता पर भी लागू है हम धरती पर जब आते हैं पैदा होते हैं तो मिठाई तो जरूर बांट देते हैं खुशियां मनाते हैं पार्टी देते हैं लेकिन अपने बच्चे के हिस्से की ऑक्सीजन के रूप में पेड़ नहीं लगाते और इस धरती से जब इंसान जाता है तो कम से कम दो वयस्क पेड़ हिंदू रीति रिवाज के हिसाब से अपने अंतिम क्रिया कर्म में ले जाता है l
दोस्तों बस हद ही पार हो गई दिल और आंखें नम हो गई जब तमाम पक्षियों की इंसानों की लापरवाही से जान चली गई l
आई एफ एस प्रवीण कासवान द्वारा ट्विटर पर शेयर की गई वीडियो ने पूरे देश का दिल दहला दिया l