कैडेवेरिक आर्थ्रोप्लास्टी कोर्स के सफल समापन के साथ पहली बार रोबोटिक सर्जरी से टोटल नी रिप्लेसमेंट

बरेली, 9 जुलाई। एसआरएमएस मेडिकल कालेज में दो दिवसीय कैडेवरिक आर्थोप्लास्टी कोर्स का समापन रविवार को हुआ, जहां रोबोटिक सर्जरी के जरिए सफल नी रिप्लेसमेंट का आपरेशन किया गया। प्रोफेसर अनिल अरोड़ा के मार्गदर्शन में डॉक्टर अक्षय चंदेल ने अपनी टीम के साथ पहली बार एसआरएमएस मेडिकल कालेज में रोबोटिक सर्जरी के जरिए घुटने का आपरेशन किया। यह आपरेशन वर्कशॉप के दौरान लाइव प्रसारित भी किया गया।

एसआरएमएस मेडिकल कालेज के आर्थोपेडिक विभाग के अध्यक्ष और कांफ्रेंस के आयोजन सचिव डॉ. संजय गुप्ता ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी के जरिए घुटने का आपरेशन बेहतर होता है। यहां कट की संभावना काफी कम होती है और मरीज की आवश्यकता के अनुसार आपरेशन की संभावना होती है। इससे ज्वाइंट की चाल को बढ़ाने की उम्मीद होती है। डॉ. संजय ने रोबोटिक सर्जरी के जरिए सफल नी रिप्लेसमेंट का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि इस सर्जरी का प्रदर्शन किया गया मरीज लगभग दस सालों से चलने में असमर्थ था और उनका घुटना पूरी तरह से क्षतिग्रस्त था। इसलिए आपरेशन ही एकमात्र उपचार विकल्प था, जिसे रोबोटिक सर्जरी के माध्यम से सफलतापूर्वक किया गया।

घुटना रिप्लेसमेंट में रोबोटिक सर्जरी एक क्रांतिकारी उन्नति है। प्राइमस हॉस्पिटल के डॉ. सीएस यादव ने कहा कि देश में घुटने और कूल्हों की जोड़ों की समस्याएं आम हैं। हालांकि, इसके ऑपरेशन की सुविधा केवल कुछ ही शहरों में ही होती है। यह वर्कशॉप आर्थोपेडिक सर्जनों को इस तकनीक के बारे में जागरूक करने के लिए आयोजित किया गया है और इससे मरीजों को लाभ मिलेगा।

भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) बरेली के प्रदेशवार्ती डॉ. विनोद पागरानी ने भी वर्कशॉप को ज्ञानवर्धक बताया और रोबोटिक सर्जरी नीरिप्लेसमेंट के लिए मरीजों के लिए फायदेमंद होगा। इस मौके पर उत्तर प्रदेश आर्थोपेडिक एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉ. संजीव गर्ग, वर्कशॉप के आयोजन अध्यक्ष डॉ. एसके कौशिक, डॉ. अपसर खान, डॉ. ध्रुव गोयल, डॉ. संजय श्रीवास्तव, डॉ. आरजी शर्मा, डॉ. वरुण अग्रवाल, डॉ. विजय कुमार, डॉ. अमृत गोयल, डॉ. शरद गुप्ता, डॉ. सिद्धार्थ दुबे सहित आसपास के जिलों के आर्थोपेडिक सर्जनों ने हाजिरी दी।

By Anup