राम मंदिर और पीएम मोदी को लेकर ये क्या बोल गए मौलाना तौकीर रज़ा
बरेली, 05 जनवरी 2024। 500 सालो बाद अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनकर तैयार हो रहा है। इस दिन का इंतजार करोड़ों हिंदुओं को था। मोदी राज में आखिरकार ये सपना साकार हो सका। राम मंदिर के लिए हजारों हिंदुओ ने कुर्बानियां दी थी। अब जब मंदिर तैयार हो रहा है और राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है तो उस पर सियासत भी शुरू हो गई है। अयोध्या में राम जन्म भूमि पर प्रभु श्री राम का भव्य मंदिर बन रहा है। 22 जनवरी को शुभ मुहूर्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इस दिन दुनियाभर से करोड़ों राम भक्त राम लला के दर्शन के लिए पहुचेंगे।
वही अब राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के मुद्दे को लेकर आइएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा भी कूद पड़े है। मौलाना तौकीर रज़ा ने कहा की राम मंदिर दुनियाभर के करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केंद्र है। इस दिन का इंतजार लंबे समय से लोगो को था। उन्होंने कहा राम लला की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है और राम मंदिर बन रहा है मैं उसका स्वागत करता हु। राम मंदिर के लिए हिंदुओ ने बहुत परेशानियां झेली है। हिंदुओ ने इसके लिए गोलियां खाई, हिंदुओ पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए, हिंदुओ ने पुलिस की लाठिया खाई लेकिन आज हिंदुओ का सपना सच हुआ है।
तौकीर रजा ने कहा राम मंदिर बन गया है, इसका हम भी स्वागत कर रहे है और स्वागत करना चाहिए क्योंकि ये हिंदुओ की आस्था का केन्द्र है। पूरी दुनिया में जो हिन्दू बसते हैं उन सबकी आस्था का केन्द्र है राम मंदिर। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के शिलान्यास होने से आज तक हिंदुस्तान किन किन परेशानियों गुजरा। इन तमाम चीज़ों को देखते हुए मैं ये कहता हूं हिंदू समाज ने जो कुर्बानिया दी है सियासत अपनी जगह है। लोगो ने सियासत के लिए तमाम खेल, खेले है लेकिन वो एक आम हिंदू जो तमाम तकलीफें और परेशानी उठाता था आँसू गैस भी चल रहा है गोली भी चल रही है। लाठी भी चल रही है लेकिन इसके बावजूद वो राम के नाम पर निकल कर आता था। उस राम भक्त को मैं सलाम करता हूँ, और उसकी खुशी में मैं बराबर का शरीक हूं।
तौकीर रज़ा ने कहा कि राम मंदिर की आस्था जिन लोगों के दिलो में थी उन लोगों की आस्थाओ का हम सम्मान करते है। ऐसे ही हमारी आस्थाओं का उन लोगों को भी सम्मान करना चाहिए। रामलला से मोहब्बत की बुनियाद पर हमने बाबरी मस्जिद को सब्र किया और अपने मुल्क को फसाद से बचाने के लिए कुर्बानी दी। नतीजा ये है कि आज हिदुस्तान में अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन का वक़्त आया है।
तौकीर रज़ा ने कहा कि शंकराचार्य के दिलों में काफी पीड़ा है। क्योंकि मज़हब के मुताबिक प्राण प्रतिष्ठा का जो मामला है वो शंकराचार्य की जिम्मेदारी है। उनके द्वारा ही राम लला की प्राण प्रतिष्ठा किया जाना चाहिए। मर्यादाओ का उल्लंघन करना ये नरेंद्र मोदी की पुरानी आदत है। और इस वक़्त भी सियासत तुम्हारे हाथ में है सियासी फैसले तुम्हें करने चाहिए। सियासी उद्घाटन तुम्हें करने चाहिए। ठीक है लेकिन ये मज़हबी मामला है। मज़हबी मामलात जो मज़हबी लोग हैं जो धर्मगुरु है उनके जरिये शिलान्यास हुआ है और उन्ही के जरिये इसका उद्घाटन भी किया जाना चाहिए। मैं पुरी के शंकराचार्य के समर्थन में खड़ा हूँ जो उन्होंने कहा है मर्यादा पुरुषोत्तम मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है और मर्यादाओ को पालन नहीं किया जा रहा है। ये बहुत अफसोस की बात है। अपने हिदू भाइयों की खुशी में हम बराबर के शरीक है।
तौकीर रज़ा ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इतना जरूर कहना चाहता हूं आपकी खुशी में बराबर शरीक है लेकिन हमारे लिए गम का बाइस मत बनिये। हमने अपने मुल्क में अमनोअमान बनाने के लिए बाबरी मस्जिद को सब्र किया और अपने भाइयों को खुश होने का मौका दिया। खुशी में हम बराबर के शरीक है। लेकिन ये फिरकापरस्त ताकते जो हिदू मुस्लिम दंगे करना चाहती है फसाद करना चाहती है एक हज़ार मस्ज़िदों की लिस्ट लेकर बैठी हुई है। मै ये कह देना चाहता हूं आगे किसी भी मस्जिद पर दावेदारी की जाती है या तोड़ने की कोशिश की जाती है तो मुँह तोड़ जवाब दिया जाएगा।