पराग में 1 लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता का नवीन आधुनिक ऑटोमेटिक प्लांट किया गया स्थापित

बरेली, 18 नवम्बर। पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने आज दुग्ध संघ परिसर में बैठक का आयोजन किया। इस दौरान उन्होंने बैठक में आए लोगो से बातचीत की और उनकी समस्याएं भी सुनीं। सचिवों एवं उत्पादकों की मुख्य समस्या प्राइवेट संस्थाओं की दूध 58 रुपये प्रति लीटर क्रय दर है, जबकि पराग द्वारा मात्र 50 रुपए प्रति लीटर की दर से दूध का भुगतान किया जा रहा है, जिसके कारण किसान समिति को दूध न देकर अन्यत्र प्राइवेट में बेच रहा है। दुग्ध का भुगतान समय से किया जाये। धर्मपाल ने शीघ्र समाधान हेतु आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि दूध के कार्यों में महिलाओं की भागीदारी आवश्यक होती है। महिलाओं का सम्मान करना, गाय पर आधारित खेती करना। ग्राम पंचायता पर समिति एवं मजरों में महिला स्वयं सहायता समूह बनेंगे। उन्होंने देशी गाय का पालन करने के सुझाव दिये। इससे किसानों की आमदनी दोगुनी होगी। उन्होंने गाय का दूध, घी, मूत्र, गोबर आदि अत्यधिक उपयोगिता एवं उसका महत्व बताया। एक गाय पर एक हेक्टेयर खेती हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा देशी गायों से बछिया पैदा करने के लिए सीमन तैयार किया गया है, जिसकी कीमत रुपए 300 प्रति वायल थी, जिसको घटा कर रुपए 200 प्रति बायल कर दी गयी है।

100 दिन में 75 लाख गाय एवं भैसों को सीमन द्वारा गर्भाधान कराया जायेगा। मुर्रा भैंस का सीमन वर्तमान में फ्री हैं। कृषक मुर्रा भैंस के कृत्रिम गर्भाधान पर विशेष ध्यान देकर भैंसों का गर्भाधान करायें। मुर्रा प्रजाति की भैंस एक दिन में 20 लीटर दूध देती है। सरकार द्वारा चारे का भी उचित प्रबंध करने एवं चरागाहों को कब्जे से मुक्त कराने हेतु आश्वासन दिया गया।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनपद बरेली में 1 लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता का नवीन आधुनिक ऑटोमेटिक प्लांट स्थापित किया गया है, जिसमें 20000 लीटर क्षमता का आइसक्रीम प्लांट स्थापित है, जिसके अन्तर्गत विभिन्न प्रकार एवं विभिन्न साइज की आइसक्रीम के साथ-साथ दुग्ध एवं दुग्ध उत्पाद तैयार किये जा रहे हैं। यथा- फुलक्रीम दूध, टोण्ड दूध, डबल टोण्ड दूध, छेना खीर, सादा दही, मीठा दही, रसगुल्ला, गुलाब जामुन, पनीर, पेड़ा, नमकीन मसाला युक्त मट्ठा, छाछ, दही मटका, पराग देशी घी एवं विभिन्न प्रकार की आईसक्रीम जैसे- बनीला, स्ट्रावेरी, बटर स्कोच, केसर पिस्ता, कैण्डी, कप आदि उपभोक्ताओं को उचित मूल्य पर उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा जनपद बरेली, बदायूँ, पीलीभीत एवं शाहजहाँपुर के स्थानीय ग्रामीण अंचलों का किसानों द्वारा उत्पादित शुद्ध दूध दुग्ध समितियों के माध्यम से क्रय कर अत्याधुनिक प्रयोगशाला में परीक्षण करते हुए उचित मूल्य पर एजेन्ट, डिस्ट्रीब्यूटर्स के माध्यम से तरल दुग्ध एवं दुग्ध पदार्थों की आपूर्ति की जा रही है। यह संस्था प्रदेश सरकार एवं प्रादेशिक कोआपरेटिव डेरी फेडरेशन लि0, लखनऊ के नेतृत्व में ग्रामीण अंचलों के कृषकों एवं नगरीय उपभोक्ताओं एवं प्रदेश हित में निरन्तर कार्यरत है।
संस्था के मनीष सिंह प्रधान प्रबन्धक, ऋषि पाल सिंह कारखाना प्रबंधक, दुग्ध संघ कलस्टर के स्थानीय प्रभारी देव पाल सिंह, बदायूँ विनय कुमार स्थानीय प्रभारी शाहजहाँपुर, मनोज कुमार गंगवार स्थानीय प्रभारी पीलीभीत, राजेश कटियार प्रभारी पीएण्डआई, रमेश चन्द्र भारती, सहायक कारखाना प्रबन्धक दुग्ध संघ बरेली द्वारा भाग लिया गया। इनके साथ-साथ समितियों एवं महिला स्वयं सहायता समूहों के सचिव/अध्यक्ष एवं उत्पादक उपस्थित रहे।

By Anup