जाने किस राज्य में शराब का धंधा छोड़ने पर सरकार देगी एक लाख रुपए
पटना, 26 नवंबर। शराब शरीर के लिए बहुत हानिकारक होती है। शराब पीने से गंभीर बीमारियां होती है। शराब पीकर गाड़ी चलाने पर आए दिन हादसे होते हैं। शराब से हर साल करीब 2.6 लाख लोगो की मौत हो जाती है। भारत में करीब 16 करोड़ लोग रोजाना शराब का सेवन करते है।
शराब के लिए लोग कितने दीवाने रहते है इसका उदाहरण आप लोगो को कोरोना काल में देखा होगा। कैसे जब सरकार ने लॉक डाउन के दौरान जब शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दी तो शराब की दुकानों पर लंबी लंबी लाइनें लग गई थी। लोगो को कोरोना का भी कोई खौफ नहीं था।
लेकिन देश का बिहार एक ऐसा राज्य है जहां शराब पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। लेकिन बाहरी राज्यों से बिहार में शराब की जमकर तस्करी होती है। जिस वजह से शराब पर पाबन्दी होने के बाद भी बिहार पूरी तरह से शराब से मुक्त नहीं हो सका है। नीतीश सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि बिहार में शराब पर प्रतिबंध सख्ती से लागू रहे। यही वजह है की मुख्यमंत्री के पुलिस अफसरों को सख्त निर्देश है की किसी भी हाल में शराब नही बिकनी चाहिए।
नीतीश कुमार ने शराब का धंधा छोड़कर मुख्यधारा से जोड़ने के लिए बड़ी पहल की हैं। लोगो को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए नीतीश कुमार ने ऐलान किया है की शराब का धंधा छोड़कर व्यापार करने के लिए सरकार एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता करेगी। बिहार में मनाए गए नशा मुक्ति दिवस के अवशर पर नीतीश कुमार ने ये ऐलान किया।