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मंगलू ने उठाई समाज में छुआछूत की समस्या एसआरएमएस रिद्धिमा में हुआ नाटक मंगलू का मंचन

मंगलू ने उठाई समाज में छुआछूत की समस्या
एसआरएमएस रिद्धिमा में हुआ नाटक मंगलू का मंचन

बरेली, 9 अक्टूबर। एसआरएमएस रिद्धिमा में रविवार को समाज में व्याप्त छुआछूत की समस्या को नाटक मंगलू के जरिये उठाया गया। एकलव्य थिएटर देहरादून द्वारा प्रस्तुत नाटक मंगलू एक रंगमंच समूह यानी कि थियेटर ग्रुप की कहानी को पेश करता है। जिसमें समूह का निर्देशक सोनी अपने नाटक में एक छोटी जाति के व्यक्ति मंगलू को नाटक में हीरो का किरदार निभाने का मौका दे देता है, क्योंकि उसका यह नया प्रयोग उसे नयी प्रसिद्धी दिलायेगा। थिएटर ग्रुप के अन्य सदस्यों को यह बात ठीक नहीं लगती। हालांकि सोनी बाकि कलाकारों को यह कहकर नाटक करने के लिए राज़ी कर लेता है, कि हमारी रिहर्सल देखने मुंबई से एक फिल्म निर्देशक आ रहे हैं और वो हमें अपनी फिल्म में काम देंगे। इस बात पर रिहर्सल शुरू होती है। लेकिन सभी रिहर्सल के दौरान मंगलू का उपहास करते हैं। अंत आते आते मंगलू को वाक़ई नाटक कंपनी की मुख्य अभिनेत्री रानू श्रीवास्तव से प्यार हो जाता है। वह रानू से अपने प्यार का इज़हार करता है। सभी मंगलू को अपनी हैसियत से अधिक हरकत करने की बात कह कर अपमानित करते हैं। एक दिन रिहर्सल के दौरान वाकई में मुंबई से एक निर्देशक आ जाते हैं। मंगलू अपने अपमान की आग को शांत करने के लिए शराब पीकर रिहर्सल में आता है और खुद पर हो रहे अपमान, उपहास का विरोध करता है। मुंबई के निर्देशक को लगता है कि मंगलू शायद कोई नाटक का दृश्य कर रहा और वह मंगलू की तारीफ़ कर उसे हरिजन समुदाय पर बनने वाली अपनी फिल्म में नायक की भूमिका देने का आफर करते हैं। मंगलू इसे ठुकरा देता है। वह कहता है कि आप भी हमें सिर्फ सीढ़ी बनाने के लिए काम देना चाहते हैं। जो हमारे साथ होता आया है वही आपकी फिल्म में भी हमारे साथ होगा। अगर हमारे साथ यूं ही छुआछूत का बर्ताव होगा तो हमें यह सामाज छोड़कर दूसरा धर्म अपनाना पड़ेगा जहां कोई ना हमसे छुआछूत करेगा और ना ही सीढ़ी बनाएगा हमारे नाम को। मंगलू वहाँ से चला जाता है। नाटक के लेखक लाडी हैं। इसमें मुख्य पात्र मंगलू की भूमिका बृजेश नारायण ने निभाई, जबकि सोनी की भूमिका में अखिलेश नारायण और रानू का किरदार जागृति सम्पूर्ण ने किया। नाटक का निर्देशन भी जागृति सम्पूर्ण ने किया। इसमें संगीत संयोजन मयंक शा, प्रकाश संयोजन तुषार बिष्ट, मंच निर्माण महेश नारायण का रहा।। इस मौके पर एसआरएमएस ट्रस्ट के चेयरमैन देव मूर्ति, ट्रस्टी आशा मूर्ति, सेक्रेटरी आदित्य मूर्ति, ऋचा मूर्ति, डा. एसबी गुप्ता, डा. प्रभाकर गुप्ता, डा. अनुज कुमार सहित शहर के गण्यमान्य लोग मौजूद रहे।