स्वाभिमान टीवी, डेस्क। अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी को दशक की सबसे भव्य शादी कहा जाए तो गलत नहीं होगा। बता दें 12 जुलाई को दोनों शादी के बंधन में बंध जाएगे। वहीं दोनों की शादी की रस्में भी शुरू हो चुकी है। बुधवार को अंबानी हाउस में मोसालू सेरेमनी का आयोजन किया गया। अब कई लोगों के मन में ये सवाल आ रहा है कि आखिर ये रस्म होती क्या है और इसमें क्या होता है? चलिए जान लेते हैं।
क्या होती है मोसालू सेरेमनी?
भारत में शादियों में रीति-रिवाजों का विशेष महत्व है इसके बिना शादी अधूरी मानी जाती है। मोसालू या मोमेरू भी शादी की एक रस्म है। मोसालू या मोमेरू का मतलब होता है मामा या मामा के घर से होने वाली रस्में। इस रस्म में दुल्हन को मामा के घर से गिफ्ट दिए जाते हैं। जिसमें पारंपरिक कपड़े, आभूषण और पारंपरिक साड़ियां और हाथीदांत की चूड़ियां सहित अन्य वस्तुएं शामिल होती हैं।
ये है मोसालू का इतिहास
मोसालू या ममेरू की प्रथा उस समय से चली आ रही है जब लड़कियों को कोई कानूनी अधिकार नहीं था। उस वक्त किशोरियों की शादी में उनके माता-पिता खास उपहार देते थे ताकि उनकी बेटी अच्छे से रह सके। इसके बाद जब उसका बच्चा होता है तब भी उपहार दिए जाते हैं ताकि बच्चे का अच्छे से पालन पोषण हो पाए। बच्चे के बड़े होने के बाद जब उसकी शादी हो रही होती है तो उसे भी ममेरू परंपरा के तहत उपहार दिए जाते हैं। ये परंपरा पीढ़ियों से चली आ रही है।